भोपाल। Madhya Pradesh Foundation Day 2024 : हर साल 1 नवंबर मध्यप्रदेश स्थापना दिवस मनाया जा जाता है। इस साल भी भव्य आयोजनों के साथ मध्यप्रदेश का स्थापना दिवस मनाया जाएगा। प्रदेश के स्थापना दिवस के अवसर पर 4 दिन तक विशिष्ट कार्यक्रम आयोजित होंगे। 30 अक्टूबर से 2 नवंबर तक कार्यक्रम होंगे। स्थापना दिवस के अवसर पर 30 अक्टूबर को लाल परेड ग्राउंड में भारतीय सेना की ओर से बैंड प्रदर्शन एवं अन्य कार्यक्रम होंगे। रविंद्र सभागम में 1 नवंबर को सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। तो वहीं स्थापना दिवस पर शासकीय भवनों पर प्रकाश सज्जा की जाएगी। दो नवंबर को गोवर्धन पूजा के अवसर पर गौशालाओं में गौ पूजन के कार्यक्रम होंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश का स्थापना दिवस गर्व और गौरव का अवसर है। प्रदेश के 69वें स्थापना दिवस और दीपावली पर सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ ही समाज के जरूरतमंद वर्ग के जीवन में खुशियां बिखरने के लिए समर्थ वर्ग को आगे आना चाहिए। निर्माण श्रमिकों, अस्पतालों में दाखिल निर्धन वर्ग के रोगियों और अन्य जरूरतमंद व्यक्तियों को प्रत्येक नागरिक अपनी क्षमता के अनुसार फल, मिष्ठान और उनके बच्चों के लिए पटाखों का प्रबंध करें। शासकीय अधिकारी, व्यापारी वर्ग, उद्योगपति और निजी क्षेत्र के संस्थान भी प्रदेश के स्थापना दिवस और दीपावली पर सामाजिक प्रकल्प हाथ में लें। संयोग से इस वर्ष प्रदेश के स्थापना दिवस पर दीपावली पर्व का संयोग बना है। यह दोहरी प्रसन्नता का अवसर है, इस नाते सभी नागरिकों के लिए सम्मिलित उल्लास का वातावरण बनना चाहिए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास के समत्व भवन में प्रदेश के स्थापना दिवस एक नवम्बर से आयोजित होने वाले चार दिवसीय कार्यक्रमों की रूपरेखा पर चर्चा कर रहे थे। बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार प्रदेश का 69वाँ स्थापना दिवस समारोह आनंद और उमंग के साथ मनाया जाएगा। भोपाल के लाल परेड पर 30 अक्टूबर को विशेष कार्यक्रम में भारतीय सेना की ओर से बैंड प्रदर्शन और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी। सार्वजनिक स्थानों की स्वच्छता के कार्य हाथ में लिए जाएंगे। स्थापना दिवस के अवसर पर शासकीय भवनों पर सायंकाल को प्रकाश सज्जा भी की जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गरीब बस्तियों में सेवा कार्यों का संचालन किया जाए। विशेष रूप से निर्माण श्रमिकों का त्यौहार पर ध्यान रखते हुए उनके बच्चों के लिए मिष्ठान और पटाखों की व्यवयस्था की जाए। जिलों में कलेक्टर एवं जनप्रतिनिधि ऐसे सेवा कार्यों का नेतृत्व करें। स्व-सहायता समूहों की बहनों द्वारा निर्मित उत्पाद विक्रय के लिए उपलब्ध करवाए जाएं। माटी शिल्प, काष्ठ शिल्प और अन्य कलाओं से जुड़े शिल्पकारों के उत्पाद सामाजिक संगठनों द्वारा भी खरीदकर वितरित किए जाएं। दीपावली के अवसर पर जिला स्तर पर भी सेवा प्रकल्प संचालित किए जाएं।
बैठक में जानकारी दी गई कि लाल परेड ग्राउंड में मध्यप्रदेश गान, सेना के बैंड प्रदर्शन और एयर-शो के लिए तैयारियां की जा रही हैं। विकास प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी। यह प्रदर्शनी 30 एवं 31 अक्टूबर को लगी रहेगी। दीपावली के त्यौहार को देखते हुए नागरिक सुविधानुसार दोनों दिन प्रदर्शनी देख सकेंगे। प्रदेश के स्थापना दिवस पर संस्कृति विभाग की ओर से एक नवम्बर को अमृत मध्यप्रदेश के अंतर्गत समवेत नृत्य-नाटिका प्रस्तुत होगी। यह प्रस्तुति प्रदेश की सांस्कृतिक और क्षेत्रीय विशिष्टताओं पर आधारित होगी। नाटिका में अनेक पावन स्थलों के महत्व को भी प्रदर्शित किया जाएगा। शिखर सम्मान से अलंकृत चंद्रमाधव बारिक ने इस नृत्य नाटिका का निर्देशन किया है। प्रस्तुति में 108 कलाकार हिस्सा लेंगे। लोकमाता अहिल्या देवी को समर्पित महेश्वर घाट की थीम पर कार्यक्रम का आकल्पन किया जा रहा है। सुगम संगीत के अंतर्गत गायक और संगीतकार अंकित तिवारी कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई पर निर्मित प्रोजेक्ट खूब लड़ी मर्दानी के लिए संगीत देने वाले तिवारी ने अनेक हिंदी फिल्मों में भी संगीत दिया है। रवीन्द्र भवन में सांस्कृतिक संध्या के साथ ही एक नवम्बर को जन अभियान परिषद द्वारा प्रभात फेरियों का आयोजन किया जाएगा। खेल एवं युवक कल्याण, महिला बाल विकास, पंचायत और नगरीय प्रशासन विभाग स्वच्छता, सजावट और रंगोली से संबंधित गतिविधियों का आयोजन करेंगे। ऐतिहासिक स्मारकों और महापुरूषों की प्रतिमाओं की साफ-सफाई एवं बाजारों में सौन्दर्यीकरण किया जाएगा। महत्वपूर्ण स्थलों पर 69 दीप जलाए जाएंगे। भोपाल के साथ ही जिलों में भी स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार विभिन्न गतिविधियां सम्पन्न होंगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि दीपावली के दूसरे दिन भारत की प्राचीन परम्परा के अनुसार गोवर्धन पूजा होती है। गोवर्धन पूजा व्यक्तिगत स्तर के साथ ही संस्थागत स्तर पर भी की जा सकती है। प्रदेश के स्थापना दिवस पर दीपावली और गोवर्धन पूजा का सुखद संयोग बना है। विभिन्न गौशालाओं में नागरिकों और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से गौ-पूजन कार्यक्रम होंगे। गोवर्धन पूजा के कार्यक्रमों के लिए प्रशासनिक अमला भी सक्रिय रहे। कार्यक्रमों का गरिमामय आयोजन किया जाए।