Reported By: Anshul Mukati
,इंदौर। Mayor Pushyamitra Bhargava Video : इंदौर में महापौर पुष्यमित्र भार्गव का एक वीडियो वायरल हुआ है जिस पर अब सियासत शुरू हो गयी है। वायरल वीडियो में महापौर फ़ोन पर प्रशासनिक अधिकारियो को कहते नज़र आ रहे है की शहर में व्यापारियों की सजावट को न हटाए अगर गाड़िया पार्किंग में नहीं खड़ी है तो चालानी कार्रवाई करे। महापौर के वायरल वीडियो में महापौर कह रहे है की थोड़ा खजराना जाओ बम्बई बाजार जाओ और चन्दन नगर जाओ। महापौर के इन्ही इलाको को लेकर कांग्रेस ने सवाल खड़े किये है।
इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। यह वीडियो तब का बताया जा रहा है। जब प्रशासन की टीम सपन संगीता रोड पर व्यापारियों का कब्ज़ा हटाने के लिए पहुंची थी। वीडियो में महापौर फ़ोन पर अधिकारियो को व्यापारियों पर कार्रवाई न करने की नसीहत देते नज़र आ रहे है।
आप तो शहर के प्रथम नागरिक हो पूरा शहर आपका होना चाहिए… फिर आप कानूनविद भी हो…परिवारिक रूप से भी संस्कारी हो…इतना सब होने के बाद, संवैधानिक पद पर भी आसीन हो ,फिर हमारे तुम्हारे जैसी घटिया बात कर कैसे लेते हो ???
सही बताओ महापौर जी ये घटियापन @RSSorg की शाखा से आता है ना???… pic.twitter.com/o3Kis49Axm— Dr Aminul khan Suri (@SuriAminul) October 25, 2024
महापौर के द्वारा वीडियो में कहा गया है की शहर के व्यापारियों की सजावट को न हटाएं। जो गाड़ियां रोड पर खड़ी हैं, उन्हें हटवाएं, अगर गाड़ियां पार्किंग में नहीं खड़ी हैं तो इनका चालान बनवाएं। वीडियो में महापौर आगे कहते नजर आ रहे हैं कि नहीं… नहीं… नहीं… थोड़ा खजराना जाओ, बम्बई बाजार जाओ और चंदन नगर जाओ न…। आपको सब हमारे बाजार दिखते हैं। देखो, आप व्यापारियों को परेशान मत करो, बयान जारी कर रहा हूं मैं बस…। व्यापारियों के फोन आ रहे हैं मेरे पास, आप अपनी मर्जी से कहीं भी चले जाते हो हमको बताओ न, हम बात करेंगे व्यापारियों से हमारे लोग बात करेंगे।
वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस ने महापौर पर निशाना साधा है, कांग्रेस नेता अनिमूल खान सूरी ने कहा की शहर के प्रथम नागरिक महापौर एक कानून विद भी है। क्या संविधान की शपथ महापौर जी आपने इसलिए ली थी की आप संविधान को तार तार करने का काम करेंगे। कांग्रेस नेता कहा की हम प्रार्थना करेंगे की महापौर को सदबुद्धि मिले, कांग्रेस ने महापौर से सवाल किया की इस तरह की घटिया सोच आपको आयी कहा से, आप राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा में जाते थे क्या वह से तो यह सोच लेकर नहीं आये आप।