The number of dengue patients reached 60 in the capital: भोपाल : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में लगातार डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है जिसे देखते हुए प्रशासन की चिंता बढ़ गई है. भोपाल में मलेरिया विभाग और नगर निगम के संयुक्त प्रयासों के बाद भी मच्छर जनित बीमारियां बढ़ रही है ।इसी के साथ साथ शहर में डेंगू मरीजों की संख्या 60 पहुंच गई है हाल की यह संख्या जनवरी से जुलाई तक की है। लेकिन फिर भी बारिश को देखते हुए इन संख्यो की बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, वही चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या 30 हो गई है।
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The number of dengue patients reached 60 in the capital: हालांकि विभाग लगतार बीमारियों को कंट्रोल करने घर घर लार्वा सर्वे करा रही है ।बावजूद इसके मरीजों की संख्या बढ़ रही है. विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पिछले सालों के मुकाबले इस वर्ष बीमारियां कंट्रोल में हैं। वही भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने नागरिकों को मच्छर जनित बीमारियों से बचने की सलाह दी गई है. बारिश के मौसम में बीमारियां के फैलने का खतरा अधिक रहता है ।इस मौसम में होने वाली बीमारियां सभी वर्ग के लोगो के लिए खतरनाक साबित हो सकती है. इसलिए सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
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The number of dengue patients reached 60 in the capital; इस बारे में जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. अखिलेश दुबे ने बताया कि गंबूसिया मछलियां डेंगू फैलाने वाली मादा एडिस मच्छर और मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा को तेजी से खा जाती है। इसके लिए टीम तालाब , नहरों ,और बड़े गड्डो के साथ साथ लार्वा पनपने वाले जगहों पर गंबूसिया मछली के बच्चों को छोड़ा गया है। वही 24 घंटे में गंबूसिया मछली करीब 100 से 300 लाव तक खा सकती है। उन्होंने बताया कि इन मछलियों को पनपने में चार से सात महीने तक का समय लगता है। जैसे-जैसे मछली लाव खाती है, उसकी साइज बढ़ती जाती है। इस तरह एक मछली एक महीने में 200 अंडे तक खा सकती है। अमूमन इन मछलियों की उम्र पांच साल तक रहती है।