इंदौर में बीआरटीएस गलियारा हटाए जाने के फैसले पर कहीं खुशी, कहीं गम |

इंदौर में बीआरटीएस गलियारा हटाए जाने के फैसले पर कहीं खुशी, कहीं गम

इंदौर में बीआरटीएस गलियारा हटाए जाने के फैसले पर कहीं खुशी, कहीं गम

:   Modified Date:  November 22, 2024 / 07:00 PM IST, Published Date : November 22, 2024/7:00 pm IST

इंदौर, 22 नवंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के इंदौर के बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस) के गलियारे को हटाए जाने को लेकर राज्य सरकार के फैसले पर स्थानीय लोगों की राय बंट गई है।

शहर का एक तबका करीब 11.50 किलोमीटर लम्बे इस गलियारे को हटाए जाने के फैसले का समर्थन कर रहा है, तो दूसरा वर्ग यह कहकर विरोध जता रहा है कि गलियारा हटने के बाद लोक परिवहन का बड़ा साधन छिन जाएगा।

इंदौर का बीआरटीएस गलियारा हटाने के फैसले की घोषणा राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बृहस्पतिवार को की। उन्होंने कहा कि बीआरटीएस गलियारा हटने से शहर की सड़कों पर यातायात की दिक्कतें दूर होंगी जिससे जनता के लिए आवागमन सुगम होगा।

सूबे के नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, ‘हम सब (बीआरटीएस गलियारे को लेकर) मुख्यमंत्री की घोषणा के साथ हैं। हालांकि, कुछ लोग बीआरटीएस गलियारे के समर्थन में भी हैं जो कहते हैं कि यह देश की सबसे अच्छी लोक परिवहन योजना है जो फायदे में चल रही है।’

उन्होंने कहा कि शहर में तेजी से वाहनों की आवाजाही बढ़ने के कारण बीआरटीएस गलियारे के दोनों ओर की सड़कों पर हमेशा यातायात अवरुद्ध रहता है, इसलिए हो सकता है कि गलियारा हटने के बाद यातायात सुगम हो जाए।

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बीआरटीएस गलियारा हटाने के फैसले को सही ठहराया। भार्गव ने कहा, ‘आने वाले समय में शहर के प्रमुख चौराहों पर फ्लाईओवर बनाने के लिए हमें बीआरटीएस गलियारे को वैसे भी हटाना ही पड़ता।’

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने बीआरटीएस गलियारा हटाए जाने के फैसले का स्वागत किया, लेकिन यह मांग भी की कि आम लोगों के लिए लोक परिवहन के इस साधन का वैकल्पिक इंतजाम किया जाना चाहिए।

इंदौर के बीआरटीएस गलियारे को लेकर मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय में जनहित याचिका लम्बित है। इस गलियारे के खिलाफ याचिका दायर करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता किशोर कोडवानी ने कहा कि याचिका के अदालत में लम्बित रहने के बीच बीआरटीएस गलियारा हटाने का फैसला उनकी समझ से परे है, लेकिन गलियारा हटने के बाद शहर के एक व्यस्त मार्ग के करीब 11.50 किलोमीटर के हिस्से पर यातायात सुचारू हो जाएगा।

शहर के निरंजनपुर चौराहे से राजीव गांधी चौराहे के बीच 11.45 किलोमीटर लम्बे बीआरटीएस गलियारे में फिलहाल 59 लोक परिवहन बसें चलाई जाती हैं। इस गलियारे में हर दिन करीब 60,000 यात्री सफर करते हैं।

भाषा

हर्ष, रवि कांत रवि कांत

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)