भोपाल: Shivling is under Jama Masjid बनारस के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में शिवलिंग मिलने को लेकर मचा सियासी घमासान अभी शांत नहीं हुआ था कि अब देश के कई राज्यों में मस्जिद के नीचे मंदिर होने का दावा किया जाने लगा है। जहां एक ओर देश की राजधानी दिल्ली स्थित जामा मस्जिद के नीचे हनुमान मंदिर होने का दावा किया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर अब भोपाल के जामा मस्जिद के नीचे भी पुरानी मंदिर होने का दावा किया जा रहा है। मस्जिद के नीचे मंदिर होने का दावा करने के साथ ही संस्कृति बचाओ मंच ने सीएम शिवराज से सर्वे कराने की मांग की है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
Shivling is under Jama Masjid वहीं, दूसरी ओर संस्कृति बचाओ मंच के इस दावे को कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि मस्जिद के नीचे मंदिर होने का दावा तथ्यहीन है। मंदिर के स्थान पर मस्जिद का होना हंसने वाली बात है, जिसे जो दस्तावेज चाहिए उपलब्ध कराए जाएंगे।
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इससे पहले पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने विवाद पर कहा कि देश का ध्यान महंगाई, बेरोजगारी से हटाने के लिए ये सब किया जा रहा है। हालांकि इस मामले में बीजेपी नेता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए। ये लोगों की भावनाओं से जुड़ा हुआ मसला है और जिसे जो कहना है वो कानून के दायरे में कहे।
बता दें कि भोपाल के चौक बाजार स्थित जामा मस्जिद में शिव मंदिर होने का दावा करते हुए सर्वे की मांग की गई है। संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने बताया कि भोपाल की आठवीं शासक कुदेशिया बेगम ने अपनी आत्मकथा हयात ए कुदीस में ये जिक्र किया है कि भोपाल की जामा मस्जिद में शिव मंदिर तोड़कर मस्जिद का निर्माण कराया गया था। अब ये विवाद कोर्ट की दहलीज़ तक पहुंच चुका है। जामा मस्जिद के बाहर सुरक्षा बंदोबस्त बढ़ा दिया गया है। भोपाल में जामा मस्जिद के नीचे शिव मंदिर का दावा करने वाले संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कहा है कि लोअर कोर्ट में सुनवाई नहीं हुई तो वो हाईकोर्ट भी जाएंगे। वहीं, जामा मस्जिद के मामले में सियासत भी गरमा गई है।