शाजापुर। Shajapur Violence Update : मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले के मक्सी में बुधवार देर रात एक बड़ा बवाल हो गया। यहां दो पक्षों में विवाद के बीच हिंसक झड़प के बाद पथराव हो गई। इस हिंसा में एक की मौत होने और कई लोग घायल हो गए। जिसके बाद चार घायलों को इंदौर के एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया। अब इस हिंसा पर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। बीजेपी सदस्यता अभियान की मोहरा बनाकर कांग्रेस ने हिंसा पर भाजपा को घेरने का काम किया है।
शाजापुर के मक्सी में विवाद पर कांग्रेस पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल ने बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी का सदस्यता अभियान, विवाद की जड़ है। ये घटना क्यों हुई है? बीजेपी का सदस्यता अभियान चल रहा है। तीन दिन पहले सदस्यता अभियान को लेकर झगड़ा हुआ था और कल गोलीबारी हुई जिसमें लोगों की मौत हुई। ऐसी सदस्यता से क्या होगा, जिसके चलते खून खराबा हो। सदस्यता अच्छे कामों के लिए होती है, न कि, वो किसी के मौत का कारक बने। सीएम से गृह विभाग का बोझ नहीं संभाला जा रहा है, तो किसी ये बोझ किसी और दे दें ताकि एमपी शांति का टापू बना रहे।
बुधवार को अचानक से समीर मेव और उसके साथियों के सामने दूसरे पक्ष के लोग आ गए और फिर देखते ही देखते दोनों पक्षों में पथराव और फायरिंग होने लगी। अचानक हुए इस घटनाक्रम की वजह से मौके पर अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने ही पुलिस को सूचना दी। जबतक पुलिस मौके पर पहुंची 8 लोग घायल हो चुके थे। इनमें से दो लोगों की स्थिति गंभीर थी। आनन फानन में इन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां एक व्यक्ति को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
कलेक्टर, एसपी, एसडीएम और तहसीलदार समेत कई अधिकारी इलाके में मौजूद हैं। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है। पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह सिसोदिया ने बताया कि पेट्रोलिंग चल रही है। इस घटना की बाबत अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। दोनों पक्षों में विवाद क्यों हुआ इसकी छानबीन जारी है। बता दें कि घटना के बाद उज्जैन कमिश्नर, IG मक्सी पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। इतना ही नहीं दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए।
मक्सी में देर रात हुए विवाद के बाद प्रशासन ने आदेश जारी किया है। बीएनएसएस की धारा 163 के तहत आदेश जारी किया गया है। चार या चार से अधिक व्यक्तियों के एक ही स्थान पर एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगाया गया। व्हाट्सएप फेसबुक और सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट को प्रसारित करना प्रतिबंध किया गया। व्हाट्सएप ग्रुप एडमिन और ग्रुप से जुड़े यूजर्स को चेतावनी दी गई। धार्मिक भावना को भड़काने वाले पोस्ट को प्रसारित करने पर ग्रुप एडमिन और यूजर जिम्मेदार होगा।