Owaisi’s statement sparked political uproar भोपाल। दमोह के गंगा जमना स्कूल को लेकर रोज खुलासे पर खुलासे हो रहे हैं… इस बीच AIMIM प्रमुख ओवैसी के बयान ने इस मुद्दे पर सियासी उबाल ला दिया है… ओवैसी ने कार्रवाई को गलत बताते हुए बीजेपी सरकार की मंशा पर सवाल उठा दिए… ओवैसी के बयान ने मुद्दे को धार्मिक रंग दे दिया है… जिस पर बीजेपी ने पलटवार किया। वहीं, कांग्रेस पूरे मामले को चुनावी चश्मे से देख रही है।
दि दमोह स्टोरी में हो रहे खुलासों की देशभर में चर्चा है… नए खुलासों में गंगा जमना स्कूल से मस्जिद तक जाने के खुफिया रास्ते का वीडियो वायरल है… विवादित सिलेबस के साथ उर्दू विषय की अनिवार्यता के दबाव पर सवाल खड़े हो गए हैं.. तमाम खुलासों के बीच AIMIM प्रमुख ओवैसी के बयान ने सियासत को गरमा दिया है।
ओवैसी ने कहा कि गंगा जमना स्कूल में हमारी बच्चियां अच्छे नंबर से पास हुई…इश्तहार में बच्चियों ने स्कार्फ पहना था…CM ने कह दिया हम जबरन हिजाब नहीं पहनने देंगे…कलेक्टर और SP को जांच में कुछ नहीं मिला…लेकिन फिर भी मान्यता रद्द कर दी गई। ओवैसी ने इस पूरी कार्रवाई को मुसलमानों से नफरत करार दिया।
Owaisi’s statement sparked political uproar दमोह कलेक्टर ने ट्वीट कर कहा कि सब गलत खबरें हैं, ऐसा कुछ है ही नहीं …. फिर वहां डीईओ पर स्याही फेंक दी गई, बोला गया तुमने गलत रिपोर्ट दे दी …. ओवैसी ने कहा कलेक्टर बोल रहा है, एसपी बोल रहा है, लेकिन इनको नफरत है मुसलमानों से, नफरत है हमारी बच्चियां हिजाब पहनती हैं, इससे बदतर और क्या कह सकता हूं
ओवैसी का ये बयान जातिगत पॉलिटिक्स से जुड़ा नजर आया.. तो बीजेपी नेताओं ने पलटवार कर दिया.. इधर, कांग्रेस को कार्रवाई में सब कुछ चुनावी नजर आ रहा है।
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भले ही कैमरे के सामने स्कूल की बच्चियां अपनी पीड़ा जाहिर करती दिखीं… तमाम खुलासों के साथ अनियमितता दिखाई दी.. लेकिन फिर भी ओवैसी का कार्रवाई पर सवाल उठाना.. कहीं न कहीं पॉलिटिकल एजेंडा ही नजर आता है। हालांकि ये मुद्दा केवल सियासी ही न बन जाए.. इसलिए पुख्ता जांच और ठोस कार्रवाई जरूरी है। ताकि शिक्षा के मंदिर बच्चों के समग्र विकास की राह बनें.. और धर्म विशेष की कट्टरता से दूर रखें।