Ken-Betwa Link Project in Madhya Pradesh

Ken-Betwa Link Project in Madhya Pradesh : पीएम मोदी ने केन-बेतवा लिंक परियोजना का किया शिलान्यास, अब बदलेगी बुंदेलखंड की सूरत, किया इन बातों का जिक्र

Ken-Betwa Link Project in Madhya Pradesh : पीएम मोदी ने खजुराहों में देश की पहली महत्वाकांक्षी और बहुउद्देशीय केन-बेतवा राष्ट्रीय नदी जोड़ो परियोजना का शिलान्यास किया।

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Modified Date: December 25, 2024 / 03:19 PM IST
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Published Date: December 25, 2024 3:12 pm IST

Ken-Betwa Link Project in Madhya Pradesh : खजुराहो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज मध्यप्रदेश का दौरा किया। उन्होंने खजुराहों में देश की पहली महत्वाकांक्षी और बहुउद्देशीय केन-बेतवा राष्ट्रीय नदी जोड़ो परियोजना का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने बुंदेलखंडी में अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि वीरों की धरती ई बुंदेलखंड पर रहवे वारे सभी जनन को हमाई तरफ से हाथ जोड़के राम-राम पहुंचे। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कई महत्वपूर्ण बातों का जिक्र किया। जो इस प्रकार हैं-

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के भाषण के प्रमुख बिंदु –

– वीरों की धरती बुदेलखंड में रहने वाले सबई लोगों को हमारी तरफ से राम-राम पहुंचे।- आज पूरे विश्व में क्रिसमस की धूम है। मैं ईसाई समुदाय को ढेर सारी बधाई देता हूं।
– डॉ. मोहन यादव जी के नेतृत्व में बनी सरकार का एक साल पूरा हुआ है। आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

– एमपी को एक वर्ष में विकास की रफ्तार मिली है।
– आज देश की पहली नदी जोड़ो परियोजनाका शिलान्यास हुआ है। ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर ऊर्जा परियोजना का शुभारंभ हुआ है। यह प्रदेश का पहला इस प्रकार का प्लांट है।
– आज पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल जी की जयंती है। आज सुशासन की और हमारी सुप्रेरणा का दिन है। उनके अनेक स्मरण आज भी मेरे दिल में हैं।
– देश के विकास में अटलजी का योगदान हमेशा स्मरणीय रहेगा।
– आज मध्य प्रदेश के 1153 नवीन अटल ग्राम सेवा सदन के निर्माण की आधारशिला रखी गई, इसके लिए पहली किस्त भी जारी हो चुकी है।
– देश की जनता ने तीसरी बार लगातार केंद्र में भाजपा सरकार बनाई है। इसके पीछे सुशासन का भरोसा ही सबसे प्रबल है।
– जहां लेफ्ट, जहां कांग्रेस और जहां मिलीजुली सरकारें चलीं, वहां क्या हुआ और जहां भाजपा की सरकारें थीं, इन सबके सुशासन का मूल्यांकन किया जाए। आपको पता चल जाएगा कि हम कितने समर्पित हैं।
– आजादी के दीवानों के सपनों को हम अपने पसीने से सींच रहे हैं। सरकारी योजनाओं का लाभ कितना पहुंचा, यही सुशासन का पैमाना है।
– पहले कांग्रेस सरकारें केवल फीता काटने, शिलापट्ट लगवा देने पर ध्यान देती थीं, फिर कोई पटल कर नहीं देखता था।
– कांग्रेस की सरकारों की नीयत ठीक नहीं थी।
– आज देशभर में पीएम किसान योजना का लाभ किसानों को मिल रहा है। उन्हें सालभर में 12 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी जा रही है।
– आज देश में जरूरतमंदों और गरीबों का मुफ्त राशन मिल रहा है। देश में तकनीक के इस्तेमाल से एक राशन कार्य लागू किया गया।
– अपने हक के लिए नागरिकों को किसी के सामने हाथ न फैलाने पड़े, यही सुशासन है। यही हमारे सुशासन का मंत्र है, जो भाजपा सरकार को दूसरों से अलग करता है।
– आज लोग इसे देख रहे हैं और बार-बार भाजपा सरकार को चुन रहे हैं। देश में लंबे समय तक कांग्रेस की सरकारें रहीं। कांग्रेस गर्वनमेंट को अपना अधिकार समझती हैं। लेकिन गवर्नेंस से उसका 36 का आंकड़ा रहा है।
– कांग्रेस की सरकारों ने कभी बुंदेलखंड में सूखे की समस्या को दूर करने का कोई स्थाई समाधान नहीं खोजा।
– देश आजाद होने के बाद भारत में जलशक्ति, बांधों के निर्माण और सिंचाई परियोजनाओं का पूरा श्रेय डॉ. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को जाता है। लेकिन कांग्रेस ने कभी जल संरक्षण के लिए उन्हें कभी याद नहीं दिया। लोगों को पता तक नहीं चलने दिया।
– आजादी के 75 साल बाद भी पानी को लेकर कुछ न कुछ विवाद है। कांग्रेस की नीयत खराब थी, उसने कभी इन्हें दूर करने की कोशिश नहीं की।
– कांग्रेस ने अटलजी की कई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को ठंडे बस्ते में डाल दिया। ये केन-बेतवा लिंक परियोजना भी उन्हीं के विजन का परिणाम है।
– देश की पहली नदी जोड़ो परियोजना से मध्य प्रदेश के 10 और उत्तर प्रदेश के 4 जिलों को सिंचाई और स्वच्छ पेयजल का लाभ मिलेगा।
– 21वीं सदी में जल सुरक्षा सबसे अहम है। इस सदी में वही आगे बढ़ पाएगा, जिसके पास पर्याप्त पानी होगा। पानी से ही फसलें और उद्योग धंधे आगे बढ़ेंगे।
– मध्य प्रदेश से निकली मां नर्मदा ने गुजरात का भाग्य बदल दिया। मैंने बुंदेलखंड के लोगों से वादा किया था कि आपकी परेशानी दूर करने के लिए कार्य करूंगा।
– हमने 45 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाएं बनाई थीं। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सरकारों को परियोजना के लिए लगातार प्रोत्साहित किया।
– पहले की सरकारों में पानी से जुड़ी जिम्मेदारियां अलग-अलग विभागों में बंटी हुई थीं, लेकिन हमने जलशक्ति मंत्रालय बनाकर राष्ट्रीय जल संरक्षण मिशन शुरू किया।
– हमने 5 सालों में 12 करोड़ परिवारों तक नल से जल पहुंचाया है। जल जीवन मिशन के तहत पेयजल को टेस्ट करने के लिए 2000 लैब बनाई गई हैं
– गांवों में 25 लाख महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया है। ताकि लोगों को जहरीले पानी और बीमारियों से बचाया जा सके।
– मध्य प्रदेश में पिछले 10 सालों में 5 लाख हेक्टेयर भूमि को माइक्रो इरीगेशन से जोड़ा गया है।
– देशभर में 60 हजार से ज्यादा अमृत सरोवर बनाए गए हैं। मध्य प्रदेश समेत जिन राज्यों में भूजल स्तर कम था, वहां अटल भूजल अभियान चलाया जा रहा है।
– मध्य प्रदेश पर्यटन में भी आगे है। मैं खजुराहो आऊं और पर्यटन की चर्चा न हो, क्या ऐसा हो सकता है।
– पर्यटन से प्रदेश के युवाओं को लाभ मिलेगा, रोजगार के अवसर विकसित होंगे।
– एक अमेरिकी रिपोर्ट में मध्य प्रदेश को दुनिया की 10 सबसे सुंदर टूरिस्ट डेस्टिनेशन में शामिल किया गया है।
– खजुराहो में आस्था और इतिहास की कई धरोहर हैं। भारत के पर्यटन का प्रचार करने के लिए हमने खजुराहो में भी जी20 की एक मीटिंग रखी थी
– आज सांची और अन्य बौध स्तंभों को बौध सर्टिक से जोड़ा गया है।
– पन्ना समेत अन्य टाइगर रिजर्व को वाइल्डलाइफ सर्किट से जोड़ा गया है। नदी लिंक परियोजना में पन्ना के वन्यजीवों का विशेष ध्यान रखा गया है।
– आने वाले सालों में मध्य प्रदेश देश की टॉप इकोनॉमी में से एक होगा। जिसमें बुंदेलखंड की अहम भूमिका होगी।
– केंद्र सरकार मध्य प्रदेश और बुंदेलखंड के विकास को लेकर निरंतर प्रयासरत रहेगी।

 

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FAQ :

1. केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना क्या है?

केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना देश की पहली महत्वाकांक्षी और बहुउद्देशीय नदी जोड़ो परियोजना है, जिसका उद्देश्य मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में जल आपूर्ति, सिंचाई और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना है। यह परियोजना विशेष रूप से बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है।

2. केन-बेतवा परियोजना का शिलान्यास कब हुआ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 दिसंबर 2024 को खजुराहो में केन-बेतवा राष्ट्रीय नदी जोड़ो परियोजना का शिलान्यास किया।

3. केन-बेतवा परियोजना से किन-किन राज्यों को लाभ मिलेगा?

केन-बेतवा परियोजना से मध्य प्रदेश के 10 और उत्तर प्रदेश के 4 जिलों को सिंचाई और स्वच्छ पेयजल की सुविधा मिलेगी।

4. इस परियोजना के क्या लाभ हैं?

इस परियोजना से पानी की कमी वाले क्षेत्रों में जल सुरक्षा बढ़ेगी, किसानों को सिंचाई की बेहतर सुविधा मिलेगी, और साथ ही इन क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। यह परियोजना क्षेत्र के आर्थिक विकास और पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान करेगी।

5. प्रधानमंत्री मोदी ने इस परियोजना पर क्या कहा?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जल सुरक्षा 21वीं सदी में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है और केन-बेतवा परियोजना भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने यह भी बताया कि इस परियोजना से बुंदेलखंड के जल संकट का स्थायी समाधान मिलेगा।

 
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