Plastic rice being distributed in ration shops : भोपाल। मध्यप्रदेश में प्लास्टिक और राशन के चावल को लेकर सियासत गरमा गई है। कांग्रेस ने अनाज में मिट्टी के बाद अब प्लास्टिक के चावल होने का दावा किया है। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वो लोग अंधे हैं, उन्हें सच नहीं दिखता है। वहीं खाद्य आपूर्ति अधिकारी ने कहा कि पिछले तीन महीने से PDS की दुकानों में चावल के साथ फोर्टिफाइड चावल मिक्स करके दिए जा रहे हैं। कुछ लोग भ्रांति फैला रहे हैं।
Plastic rice being distributed in ration shops : पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने गरीबों को बांटे जाने वाले अनाज में मिट्टी के बाद अब प्लास्टिक के चावल होने का दावा किया था उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि भोपाल की उचित मूल्य की दुकानों से गरीबों को जो चावल बांटा जा रहा है। उसमें चावल के दाने जैसे आकार के प्लास्टिक के सफेद दाने मिलाए जा रहे हैं। पीसी शर्मा ने कहा कि ऐसे प्लास्टिक के चावल भी मीडिया को दिखाए। यह प्लास्टिक के चावल भोपाल की राशन की दुकानों में चावलों में मिलाकर दिए जा रहे हैं!
इस मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वो लोग अंधे हैं उन्हें सच नहीं दिखता, भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि फोर्टिफाइड चावल पर कांग्रेस भ्रम फैला रही है। कांग्रेसी झूठ बोल रही है, ताकि लोग चावल ना खा पाए। हमने मुफ्त जूते बाटे थे, तब भी कांग्रेस ने कहा था जूते पहनोगे तो कैंसर होगा। कांग्रेस नहीं चाहती कि गरीबों को योजनाओं का फायदा मिले। फोर्टिफाइड चावल गुणवत्तापूर्ण पूरी तरह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।