Jitu Patwari Tweet : भोपाल। मध्य प्रदेश के सागर जिले में बीते साल अगस्त में एक दलित युवक को उत्पीड़न के एक मामले में समझौता करने के लिए दबाव डालने वाले दबंगों ने पीट-पीटकर मार डाला था। मृतक युवक की बहन अंजना अहिरवार ने इस मामले में पुलिस थाने में केस दर्ज कराया था। बीते रविवार को अपने चाचा का शव ले जाते हुए एम्बुलेंस से गिरने पर उसकी भी मौत हो गई। अब इस मामले पर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है। प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव ने मृतक के परिजनों से मुलाकात के बाद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट शेयर किया है।
जीतू पटवारी ने लिखा है कि जीवन दर्शन व प्रबंधन के लिए भी सर्वश्रेष्ठ कृति रामचरितमानस में गोस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा है – का बरषा सब कृषी सुखानें। समय चुकें पुनि का पछितानें॥
मोहन यादव आंसुओं का सागर सूख जाने के बाद, आपका जाना निर्रथक है! मौत का खूनी खेल खत्म होने के बाद, आपका जाना निर्रथक है! निर्दोषों की चिताएं जब बुझ गईं, आपका जाना निर्रथक है! एक ही परिवार की कई पीढ़ियां जब पंचतत्वों में में विलीन हो गईं, आपका जाना निर्रथक है!
असहनीय दुख की इस घड़ी में पीड़ितों के घाव पर मरहम लगाने की बजाय आप विपक्ष के रूप में #कांग्रेस की असहमति पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं! यदि सरकार ईमानदारी से अपना काम करे, तो विपक्ष को बोलने का ही अवसर नहीं मिले! चूंकि, ऐसा होता नहीं, इसीलिए सरकार से लड़ना पड़ता है!
मोहन भैया, बहुत ही भारी और भरे हुए मन से, फिर से, आप ही से, करबद्ध प्रार्थना कर रहा हूं, जानलेवा हो चुके इस जंगलराज से #मध्यप्रदेश को मुक्ति दिलाइए! मैंने बहुत करीब से पीड़ित परिवार की विवशता को देखा है! उनके असहाय आक्रोश का अनुभव भी किया है!
एमपी में बीजेपी की सत्ता और व्यवस्था से जनता का उठा हुआ विश्वास, अब विरोध में बदल चुका है! अनीति, आतंक, अव्यवस्था और अराजकता के इस सबसे गंभीर दौर में न्याय दरिद्र हो चुका है! देखने वालों की दूरदृष्टि नष्ट हो चुकी है! सुनवाई करने वाली कुर्सियां ऊंचा सुनने लगी हैं! देश के हृदय प्रदेश की, बढ़ती हुई धड़कनों की चिंता करें! इससे पहले कि जन-विश्वास दम तोड़ दे, कानून-व्यवस्था की नब्ज़ पर अपना हाथ धर दें!
जीवन दर्शन व प्रबंधन के लिए भी सर्वश्रेष्ठ कृति #रामचरितमानस में गोस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा है –
का बरषा सब कृषी सुखानें।
समय चुकें पुनि का पछितानें॥@DrMohanYadav51 जी,
आंसुओं का #सागर सूख जाने के बाद, आपका जाना निर्रथक है! मौत का खूनी खेल खत्म होने के बाद, आपका जाना निर्रथक… https://t.co/hFZfv55izJ— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) May 29, 2024