MP Panchayat Sachiv Strike : इस दिन से अवकाश पर जाएंगे प्रदेश के 23 हजार पंचायत सचिव, ग्रामीण इलाकों में प्रभावित हो सकते हैं काम, इन मांगों को लेकर खोलेंगे मोर्चा |

MP Panchayat Sachiv Strike : इस दिन से अवकाश पर जाएंगे प्रदेश के 23 हजार पंचायत सचिव, ग्रामीण इलाकों में प्रभावित हो सकते हैं काम, इन मांगों को लेकर खोलेंगे मोर्चा

इस दिन से अवकाश पर जाएंगे प्रदेश के 23 हजार पंचायत सचिव, MP Panchayat Secretary Strike: 23 thousand Panchayat secretaries will go on mass leave in MP

Edited By :  
Modified Date: March 21, 2025 / 03:04 PM IST
,
Published Date: March 21, 2025 7:49 am IST

भोपालः MP Panchayat Sachiv Strike मध्य प्रदेश के 23 हजार पंचायत सचिव आज से 7 दिनों तक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। पिछले करीब तीन से चार महीने से इनका वेतन नहीं मिला है. इस वजह से पंचायत सचिव नाराज हैं और अब वे वेतन की मांग सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला लिया है। पंचायत सचिवों के अवकाश पर जाने से पंचायतों में कई काम प्रभावित हो सकते हैं। पंचायत सचिव संगठन ने सरकार को 25 मार्च तक उनकी मांगों को पूरा करने का अल्टीमेटम दिया है। अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे 26 मार्च से 7 दिनों की छुट्टी पर चले जाएंगे।

Read More : IPL Rule Change : इस गलती पर अब काटे जाएंगे अंक, नहीं लगेगा मैच खेलने पर प्रतिबंध, इस वजह से IPL के नियमों में किया गया बदलाव 

MP Panchayat Sachiv Strike दरअसल, पंचायतों में सरकारी कामों को निपटाने का जिम्मा सचिवों के पास होता है। प्रदेश के पंचायतों में 23 हजार से ज्यादा सचिव कार्यरत हैं। इन महीने से इन सचिवों को सरकार ने वेतन नहीं दिया है। इससे पंचायत सचिव नाराज है। इसके अलावा शासकीय कर्मचारियों के तर्ज पर सुविधा, अनुकंपा नियुक्ति सहित सात सूत्रीय मांगें भी है। मध्य प्रदेश के पंचायत सचिव अब अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ आवाज उठाएंगे। संगठन में सरकार को 25 मार्च तक मांगों पर विचार करने अल्टीमेटम दिया है। संगठन का कहना है कि अगर ऐसा नहीं होता तो 26 मार्च से 7 दिनों के लिए सामूहिक अवकाश लेंगे। इसके बाद क्रमबद्ध हड़ताल पर चले जाएंगे।

Read More : MP Budget Session 2025: बेहद खास है एमपी विधानसभा की आज की कार्यवाही, इन 7 विषयों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करेंगे विधायक, अनुदान मांगों पर मतदान भी 

पंचायत सचिवों की ये है मांगे

  • हर महीने 1 तारीख को वेतन देने के आदेश जारी हो। अभी तीन से चार महीने तक वेतन नहीं मिल रहा है।
  • मुख्यमंत्री की घोषणा और आदेश जारी होने के 20 महीने बाद भी समयमान वेतनमान का सचिवों को लाभ नहीं मिल पाया है। यह तत्काल हो।
  • शासकीय कर्मचारियों की तरह सभी सुविधाएं मिलें।
  • हर महीने प्रदेश की 313 जनपद में से 50% में वेतन के लिए लाले होते हैं। इसलिए बजट में अलग से प्रावधान किया जाए।
  • सचिवों के पांचवें और छठवें वेतनमान में सेवा काल की गणना नियुक्ति दिनांक से करें।
  • अनुकंपा नियुक्ति के शेष बचे पिछड़ा वर्ग और वंचित अनुकंपा की 100% नियुक्तियां हो।
  • विभाग में संविलियन की मांग पूरी हो।

 

MP Panchayat Sachiv Strike क्यों हो रही है? 

MP Panchayat Sachiv Strike वेतन न मिलने और सात सूत्रीय मांगों को लेकर हो रही है, जिसमें समयमान वेतनमान और शासकीय कर्मचारियों जैसी सुविधाएं शामिल हैं।

पंचायत सचिव कब से अवकाश पर जाएंगे? 

पंचायत सचिव 26 मार्च से 7 दिनों के लिए सामूहिक अवकाश पर जाएंगे। अगर मांगे नहीं मानी गईं तो इसके बाद क्रमबद्ध हड़ताल करेंगे।

पंचायत सचिवों की प्रमुख मांगें क्या हैं? 

इनकी प्रमुख मांगों में हर महीने 1 तारीख को वेतन, समयमान वेतनमान का लाभ, शासकीय कर्मचारियों जैसी सुविधाएं, और विभाग में संविलियन शामिल हैं।

पंचायत सचिवों के अवकाश पर जाने से क्या असर पड़ेगा? 

पंचायत सचिवों के अवकाश पर जाने से ग्रामीण इलाकों में पंचायत से जुड़े सरकारी कामकाज प्रभावित हो सकते हैं।

अगर सरकार ने मांगे नहीं मानी तो आगे क्या होगा? 

अगर 25 मार्च तक मांगे नहीं मानी गईं तो पंचायत सचिव 26 मार्च से 7 दिनों की छुट्टी पर जाएंगे और फिर क्रमबद्ध हड़ताल करेंगे।