भोपाल: Employee of Electricity Department Prepare for Protest मध्यप्रदेश के 70 हजार बिजली कर्मचारी एक बार फिर सरकार से नाराज हो गए है। एमपी यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्प्लॉय के 52 जिलों के कर्मचारियों और पदाधिकारियों ने आज भोपाल में प्रदेश कार्यकारणी की बैठक कर आंदोलन की रूपरेखा तैयार की है। बिजली कर्मचारियों ने बैठक में फैसला लिया है कि मांगों को लेकर हड़ताल पर जाएंगे, और प्रदेश में बिजली व्यवस्था ठप कर देंगे। कर्मचारियों ने सरकार को एक माह का वक्त मांगें पूरी करने के लिए दिया है।
Employee of Electricity Department Prepare for Protest बता दें कि बिजली कर्मचारियों की 18 सूत्रीय मांगें हैं, जिनमें बिजली कंपनियों का निजीकरण रोका जाए, विद्युत संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण, आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का संविलियन, वेतन विसंगति और गृह जिला ट्रांसफर नीति लागू करने की मांग प्रमुख है।
कर्मचारियों का कहना है कि ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं, सरकार लगातार बिजली कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा कर रही है। वहीं बिजली कर्मचारियों के आंदोलन की चेतावनी पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि आंदोलन किसी मुद्दे का हल नहीं है, सरकार हमेशा बातचीत करने के लिए तैयार रहती है।