Reported By: Durgesh Sharma
,Disturbance in mid day meal scheme : आगर मालवा। प्रदेश में 1 मई से 15 जून के मध्य स्कूली बच्चों के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किए गए है, और अवकाश के चलते बच्चे स्कूल गए ही नही फिर भी आगर मालवा जिले के दो सरकारी स्कूलों के प्रभारियों द्वारा कागजों में ही बच्चो को मध्यान्ह भोजन परोस दिया। जब इसका खुलासा हुआ तो आनन फानन में जिला पंचायत सीईओ द्वारा दोनो स्कूलों के शाला प्रधान को नोटिस जारी करते हुए कार्रवाई प्रस्तावित की है।
मध्य प्रदेश के कई जिलों में पीएम पोषण योजना के तहत बच्चों को मिलने वाले मध्याह्न भोजन में गड़बड़ी का मामला सामना आया है। इन जिलों में आगर मालवा का भी नाम शामिल है। ग्रीष्म अवकाश के दौरान भी जिले की 2 शालाओ के प्रभारियों ने AMS पोर्टल पर मिड डे मील की जानकारी अपलोड कर दी, जबकि छुट्टियों के दौरान स्कूल ही बंद रहे तो बच्चों को मिड डे मील कैसे दिया गया। सरकार ने ग्रीष्म अवकाश के दौरान स्कूलों में मिड डे मील वितरित नहीं किए जाने के आदेश भी दिए थे।
आगर मालवा जिले के नलखेड़ा तहसील की लोलकी प्राथमिक शाला और बडोद तहसील की बराह प्राथमिक शाला में शाला प्रभारी ने अवकाश के दिनों में भी मिड डे मील प्रदाय करने संबंधी जानकारी पोर्टल पर अपलोड कर दी, इस तरह की अन्य जिलों की भी गड़बड़ी को केंद्र सरकार ने पकड़ लिया। इसके बाद प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के समन्वयक ने संबंधित जिलों के अधिकारियों को पत्र लिखकर नाराजगी जाहिर की और संबंधित शाला प्रभारी के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए कहा।
आगर मालवा की जिला पंचायत सीईओ हर सिमरनप्रीत सिंह कौर ने जिले के दोनों संबंधित शाला प्रभारी को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया है। साथ ही संतोषजनक जवाब न मिलने की स्थिति में एक-एक वेतन वृद्धि रोकने की चेतावनी भी दी है। इसकी जानकारी जिला पंचायत सीईओ कौर ने शासन को भी प्रेषित की है।