इंदौर के चिकित्सा महाविद्यालय के मेधावी विद्यार्थी आठ साल से कर रहे अलंकरणों का इंतजार |

इंदौर के चिकित्सा महाविद्यालय के मेधावी विद्यार्थी आठ साल से कर रहे अलंकरणों का इंतजार

इंदौर के चिकित्सा महाविद्यालय के मेधावी विद्यार्थी आठ साल से कर रहे अलंकरणों का इंतजार

:   Modified Date:  November 15, 2024 / 03:58 PM IST, Published Date : November 15, 2024/3:58 pm IST

इंदौर (मध्यप्रदेश), 15 नवंबर (भाषा) इंदौर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के अलग-अलग पाठ्यक्रमों में श्रेष्ठ अकादमिक प्रदर्शन करने वाले मेधावी विद्यार्थी संस्थान के प्रबंधन की कथित लापरवाही के कारण पिछले आठ साल से अलंकरणों का इंतजार कर रहे हैं। महाविद्यालय के एक पूर्व अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

महाविद्यालय की गिनती प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा महाविद्यालयों में होती है।

महाविद्यालय की अकादमिक पुरस्कार वितरण समिति के पूर्व अध्यक्ष डॉ. मनोहर भंडारी ने ‘‘पीटीआई-भाषा’’ से कहा,‘‘महाविद्यालय के स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में श्रेष्ठ अकादमिक प्रदर्शन करने वाले मेधावी विद्यार्थियों को हर साल 15 श्रेणियों में पदक, पुरस्कार और प्रमाणपत्र प्रदान किए जाने की परंपरा है। लेकिन पिछले आठ साल से ऐसे करीब 1,300 अलंकरण मेधावी विद्यार्थियों को प्रदान नहीं किए गए हैं जिनमें अलग-अलग संस्थाओं के प्रायोजित पुरस्कार भी शामिल हैं।’

भंडारी, इस महाविद्यालय से ‘फिजियोलॉजी’ के सह प्राध्यापक के रूप में वर्ष 2020 में सेवानिवृत्त हुए थे।

उन्होंने कहा,‘‘महाविद्यालय के मेधावी विद्यार्थी कई बार प्रबंधन से मांग कर चुके हैं कि उन्हें उनके अलंकरण प्रदान किए जाएं, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रबंधन लापरवाही दिखाते हुए इस मांग की अनदेखी करता रहा है।’’

महाविद्यालय के डीन (अधिष्ठाता) डॉ. संजय दीक्षित ने कहा कि उन्होंने अकादमिक अलंकरण प्रदान करने के लिए 10 सदस्यों की समिति गठित कर दी है और विद्यार्थियों से दावे-आपत्तियां आमंत्रित की गई हैं।

उन्होंने कहा,‘‘उम्मीद है कि तय प्रक्रिया पूरी होने के बाद अगले 15 दिन में अलंकरण समारोह आयोजित हो जाएगा।’’

महाविद्यालय के पूर्व विद्यार्थियों के संगठन ‘‘एमजीएम एल्युमिनाई एसोसिएशन’’ ने भी अकादमिक पुरस्कारों के वितरण में बरसों की देरी पर अप्रसन्नता व्यक्त की है।

संगठन की सचिव डॉ. विनीता कोठारी ने कहा, ‘‘कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद विद्यार्थियों को इस महाविद्यालय में दाखिला मिलता है। ऐसे में मेधावी विद्यार्थियों को वक्त पर अकादमिक अलंकरण प्रदान नहीं किया जाना प्रतिभाशाली छात्रों को हतोत्साहित करना है।’’

कोठारी ने कहा कि महाविद्यालय के मेधावी विद्यार्थियों को अकादमिक अलंकरण वक्त पर प्रदान किए जाने चाहिए, वरना इन अलंकरणों का महत्व ही खत्म हो जाता है। भाषा हर्ष पवनेश जोहेब

जोहेब

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)