भोपाल: मध्यप्रदेश के कई इलाकों में लगातार बारिश का दौर जारी है। गुना, अशोकनगर और विदिशा समेत कई जिलों में हालात बिगड़े नजर आ रहे है। भारी बारिश से नदी नाले उफान पर है। शहर हो या गांव, हर जगह निचले इलाकों में पानी भर गया है। सड़के और खेत तालाब में तब्दिल हो गए है। इधर ग्वालियर चंबल इलाके में बाढ़ का पानी उतरने के बाद बरबादी का मंजर सामने आया है। लोग अपने को लाचार और बेबस महसूस कर रहे है। हालांकि राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।
मुरैना में बाढ़ प्रभावित गांवों में सेना और NDRF ने मोर्चा संभाला है। जवान चंबल नदी के किनारों के गांवों में फंसे लोगों को नाव के जरिये निकालकर राहत कैंपों में ला रहे हैं। कई समाजसेवी संस्थाएं राहत कैंपों में जाकर लोगों के भोजन व्यवस्था कर रही है। साथ ही कैंप में बीमार लोगों का इलाज भी किया जा रहा है।
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भिंड के करीब 100 से ज्यादा गांव में बाढ़ का पानी तो उतर गया है। लेकिन बाढ़ ने जो बरबादी ढाई है, उसकी तस्वीरें सामने आ रही है। घरों में अभी भी पानी भरा है, ज्यादातर घर मलबे में तब्दील हो गए है। घरों में रखा सामान बह गया है। गांव, घर, रास्ते कीचड़े से सने पड़े है, लोग बेबस और लाचार हैं और अभी भी राहत कैंप में रहने को मजबूर है। इधर गुना में भी लगातार बारिश से बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं, निचले इलाकों के घरों के साथ ही सदर बाजार में दुकानों में पानी भर गया, शहर की सड़कें तालाब में तब्दिल हो गई। ग्रामीण इलाकों में कच्चे घरों को नुकसान पहुंचा है।
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अशोकनगर जिले में भी लगातार हो रही बारिश से बुरे हाल है, नदी नाले उफान पर है। कई गांवों में घरों में बारिश का पानी घुस गया है, कई कच्चे मकान जमीदोज हो गया है। पुल-पुलिया डूब गए है, जिससे कई गांवों का संपर्क कट गया है। बहादुरपुर कस्बा दो नदियों के उफान के कारण टापू में तब्दील हो गया है। प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने में जुटा है। भोपाल में बीती रात से लगातार हो रही बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित होने की तस्वीरें सामने आने लगी है। शहर के एक दर्जन से अधिक जगहों पर जलभराव की स्थिति है, 2 अंडरपास लगभग जलमग्न होने की कगार पर हैं। हबीबगंज रेलवे अंडर पास में 3 फीट तक पानी भर गया है, तो पुराने भोपाल में बारिश से सड़कों पर पानी ही पानी है।
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विदिशा जिले में पिछले 5 दिनों से हो रही लगातार जारी बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। शमशाबाद में वाह और सगड़ नदी उफान पर है, यहां संजय गांधी डैम लबालब होने से डैम के 7 गेट खोले गए है, जिससे निचली बस्तियों में पानी भर गया है। सिरोंज और गंजबासौदा में भी घरों में पानी भर गया है। कई गांव डूब में आ गए है, प्रशासन राहत और बचाव कार्य में लगा है।
विदिशा के शमशाबाद में लगातार बारिश के चलते सोमवारा गांव में 14 लोग बाढ़ के पानी में फंस गए, जिसे ग्रामीणों ने रस्सी की मदद से रेस्क्यू किया। विदिशा के शमशाबाद के भरनाखेड़ा गांव में एक घर में दबने से करीब 40 बकरियों की मौत हो गई। लगातार बारिश के चलते ये मकान भरभराकर गिर पड़ा।शाजापुर जिले में लगातार बारिश से नदी नाले उफान पर है, यहां के लड़ावद में नाला उफान पर होने के बावजूद लोग जोखिम लेकर नाला पार कर रहे है। वहीं गुलाना तहसील के मखावद गांव में लोग जोखिम लेकर रेलवे ट्रेक पर बाइक चलाते दिखे।
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