इंदौर, पांच नवंबर (भाषा) मध्य प्रदेश के इंदौर में परमाणु ऊर्जा विभाग के एक प्रमुख संस्थान के उच्च सुरक्षा वाले परिसर में फर्जी पहचान के बूते घुसने के आरोप में डाक विभाग के एक निलंबित कर्मचारी को हिरासत में लिया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त आलोक कुमार शर्मा ने बताया कि हिरासत में लिया गया 39 वर्षीय व्यक्ति शहर के जनरल पोस्ट ऑफिस (जीपीओ) के डाक सहायक पद से वर्ष 2022 से निलंबित है।
शर्मा के मुताबिक, यह व्यक्ति खुद को डाक विभाग का निदेशक बताते हुए सोमवार को राजा रामन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र (आरआर-कैट) के परिसर के डाकघर में घुसा।
उन्होंने बताया कि इस व्यक्ति ने डाकघर के कर्मचारियों से कहा कि वह डाकघर का ऑडिट और जांच करने आया है।
शर्मा के अनुसार, ‘‘डाकघर के एक अधिकारी की शिकायत पर इस व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के दौरान वह बहकी-बहकी बातें कर रहा है।’’
उन्होंने बताया कि इस व्यक्ति के खिलाफ तमाम पहलुओं से जांच की जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि परमाणु ऊर्जा विभाग के संस्थान के परिसर में वह किस मकसद से घुसा था।
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इस व्यक्ति के पास रक्षा मंत्रालय के ‘‘मार्कोस कमांडो’’ और ‘‘नेशनल इंटेलिजेंस ब्यूरो, साइबर सिक्योरिटी सेल’’ के अधीक्षक (जांच) के पदनाम वाले फर्जी परिचय पत्र भी मिले हैं।
अधिकारी के मुताबिक, इस व्यक्ति के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबद्ध धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और घटना की विस्तृत जांच जारी है।
भाषा
हर्ष पारुल
पारुल
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