मच्छर जनित बीमारियों को खत्म करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने जागरूकता अभियान शुरू किया |

मच्छर जनित बीमारियों को खत्म करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने जागरूकता अभियान शुरू किया

मच्छर जनित बीमारियों को खत्म करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने जागरूकता अभियान शुरू किया

:   Modified Date:  September 23, 2024 / 06:59 PM IST, Published Date : September 23, 2024/6:59 pm IST

भोपाल, 23 ​​सितंबर (भाषा) मध्यप्रदेश सरकार ने मच्छर जनित स्थानिक बीमारियों के उन्मूलन (ईएमबीईडी) कार्यक्रम के तहत मलेरिया और डेंगू की रोकथाम के लिए जन जागरूकता अभियान शुरू किया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।

मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य सेवा निदेशालय के उप निदेशक डॉ. हिमांशु जयसवार ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि राज्य सरकार ने कॉरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) के तहत गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल) के साथ साझेदारी की है, ताकि ईएमबीईडी कार्यक्रम के तहत मलेरिया और डेंगू से लड़ने के लिए बहु-शहर जन जागरुकता पहल शुरू की जा सके।

जयसवार ने बताया कि राज्य सरकार और जीसीपीएल ने चालू मानसून के मौसम में मच्छर जनित बीमारियों में वृद्धि से लड़ने की योजना बनाई है।

उन्होंने कहा कि किसी भी महामारी को नियंत्रित करने के लिए सक्रिय रोकथाम महत्वपूर्ण है और मध्यप्रदेश में यह अभियान मलेरिया और डेंगू की रोकथाम के बारे में नागरिकों को शिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

अधिकारी ने कहा कि ईएमबीईडी एक बहुआयामी दृष्टिकोण के माध्यम से मलेरिया और डेंगू के मामलों को कम करने तथा मृत्यु दर को शून्य करने की दिशा में एक सतत रणनीतिक प्रयास है।

उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य 2030 तक मलेरिया और डेंगू से होने वाली मृत्यु दर को शून्य करना है।

जयसवार ने कहा कि इस साझेदारी ने मध्यप्रदेश को 2015 से मलेरिया उन्मूलन में श्रेणी तीन से श्रेणी एक राज्य में स्थानांतरित करने में सक्षम बनाया है।

जीसीपीएल में स्थिरता की महाप्रबंधक अहोना घोष ने कहा कि कंपनी 2015 से ईएमबीईडी के माध्यम से मच्छर जनित बीमारियों से लड़ने के लिए राज्य सरकार के साथ साझेदारी कर रही है।

उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम ने भारत में मलेरिया और मच्छर जनित बीमारी नियंत्रण पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है, जो 39 जिलों में 27 लाख घरों तक पहुंच रहा है, जिसमें 3,000 मलिन बस्तियां और 10,000 गांव शामिल हैं।

घोष ने कहा कि जीसीपीएल और मध्यप्रदेश सरकार के बीच सफल सहयोग से पिछले पांच वर्षों में मलेरिया के मामलों में 89 प्रतिशत की कमी आई है, इस अवधि के दौरान ईएमबीईडी ने राज्य के सबसे अधिक स्थानिक क्षेत्रों में से लगभग 45 प्रतिशत में हस्तक्षेप किया है।

उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम ने पूरे भारत में 11,000 गांवों में से 5,225 को मलेरिया मुक्त होने में मदद की है।

भाषा

दिमो, रवि कांत रवि कांत

 

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