छतरपुर, 12 जनवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के एक गांव के पांच परिवारों ने आरोप लगाया कि एक दलित व्यक्ति द्वारा दिया प्रसाद खाने के कारण उन्हें गांव से ‘बहिष्कृत’ कर दिया गया, हालांकि पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया कि वहां के लोगों से बात करने पर ऐसी कोई घटना सामने नहीं आई।
जगत अहिरवार ने सात जनवरी को पुलिस को बताया था कि उसने पिछले साल अगस्त में एक मंदिर में प्रसाद चढ़ाया था और उसे ग्रामीणों में बांटा था, जिसके बाद सरपंच संतोष तिवारी ने उसे और प्रसाद खाने वाले कई परिवारों को गांव से बहिष्कृत कर दिया।
अहिरवार ने आरोप लगाया कि इन परिवारों को सामाजिक कार्यक्रमों, विवाह आदि में आमंत्रित नहीं किया जा रहा है।
पुलिस उपमंडल अधिकारी (एसडीओपी) शशांक जैन ने बताया, “शिकायत दर्ज होने के बाद हमने ग्रामीणों से बात की लेकिन हमें ऐसा कोई मामला नहीं मिला। गांव में चुनाव को लेकर कुछ विवाद है। हम इस संबंध में बयान दर्ज कर रहे हैं।”
तिवारी ने दावा किया कि अहिरवार सरपंच चुनाव हार गए थे, जिसके कारण दुश्मनी पैदा हो गई थी।
भाषा जितेंद्र सुभाष
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