मप्र: कांग्रेस विधायकों ने विस परिसर में किया प्रदर्शन, सरकार पर लगाया कर्ज के बोझ तले दबने का आरोप |

मप्र: कांग्रेस विधायकों ने विस परिसर में किया प्रदर्शन, सरकार पर लगाया कर्ज के बोझ तले दबने का आरोप

मप्र: कांग्रेस विधायकों ने विस परिसर में किया प्रदर्शन, सरकार पर लगाया कर्ज के बोझ तले दबने का आरोप

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Modified Date: December 17, 2024 / 08:19 PM IST
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Published Date: December 17, 2024 8:19 pm IST

भोपाल, 17 दिसंबर (भाषा) मध्यप्रदेश में कांग्रेस विधायकों ने मंगलवार को विधानसभा परिसर में मोहन यादव के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि सरकार कर्ज के बोझ तले दब रही है।

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक कटोरे और तख्तियां लेकर विधान भवन परिसर पहुंचे और राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार कर्ज लेकर राज्य के वित्तीय मामलों को चला रही है।

विपक्षी विधायकों ने राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन प्रदर्शन किया।

सिंघार ने कहा कि कांग्रेस विधायकों ने कटोरे हाथ में लेकर राज्य सरकार पर लगातार कर्ज लेने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, ‘जब नेतृत्व कमजोर होता है तो कर्ज बोझ बन जाता है और लोग परेशान होते हैं।’

कांग्रेस नेता ने कहा कि मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार ने जो किया है, वह न केवल वित्तीय अपराध है, बल्कि राज्य के भविष्य के साथ भी घोर विश्वासघात है।

उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राजनीतिक लाभ के लिए राज्य की जनता पर कर्ज का बोझ डाल दिया और अब भी कटोरा लेकर भीख मांग रहे हैं।

सिंघार ने दावा किया, “ राज्य के कर्ज के कारण राज्य के प्रत्येक नागरिक पर 52 हजार रुपये का कर्ज है। सरकार कर्ज ले रही है, लेकिन राज्य में विकास नहीं हो रहा है। सरकार में कई पद खाली पड़े हैं। राज्य सरकार आदिवासियों के विकास के लिए पैसा देने में विफल रही है। यह किसानों को खाद उपलब्ध कराने में विफल रही है और वादे के अनुसार लाडली बहना योजना के लाभार्थियों को तीन हजार रुपये प्रति माह देने में भी विफल रही है।”

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार धान और गेहूं के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) देने में भी विफल रही है, जैसा कि पार्टी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में वादा किया था।

सिंघार ने आरोप लगाया कि सरकार कर्ज तो लेना चाहती है, लेकिन वह नहीं चाहती कि राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत हो।

भाषा दिमो नोमान

नोमान

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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