भोपाल, 25 जनवरी (भाषा) कांग्रेस की प्रस्तावित ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली से पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और विपक्षी दल ने शनिवार को डॉ. बी आर आंबेडकर को लेकर एक-दूसरे पर निशाना साधा।
कांग्रेस 27 जनवरी को संविधान के मुख्य निर्माता आंबेडकर की जन्मस्थली महू में रैली करने वाली है। विपक्षी दल ने कहा है कि उसका अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक केंद्रीय मंत्री अमित शाह आंबेडकर का ‘‘अपमान’’ करने के लिए माफी नहीं मांगते और इस्तीफा नहीं देते।
यादव ने शनिवार को मांग की कि कांग्रेस आंबेडकर का ‘‘अनादर’’ करने के लिए माफी मांगे, वहीं विपक्षी दल ने दावा किया कि उसके कार्यक्रम को पटरी से उतारने के लिए बाधाएं खड़ी की जा रही हैं, जिसमें पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और सांसद प्रियंका गांधी समेत अन्य नेता शामिल होने वाले हैं।
ग्वालियर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ‘संविधान गौरव अभियान’ में यादव ने कहा, ‘‘(गांधी परिवार की) चार पीढ़ियां गुजर गईं, लेकिन वे आंबेडकर के साथ अपनी दुश्मनी नहीं भूले हैं।’’
यादव ने कहा कि डॉ. आंबेडकर को योग्यता और क्षमता के बावजूद मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई और संविधान में जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को शामिल करके उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘(जवाहरलाल) नेहरू जी को डर था कि उनसे ज़्यादा काबिल कोई व्यक्ति आगे निकल सकता है। कल्पना कीजिए कि अगर आंबेडकर जी आगे बढ़ते तो क्या होता। यह यात्रा निकालने के बजाय कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए क्योंकि आंबेडकर जी की आत्मा उनके (राहुल गांधी के) परदादा नेहरू जी की वजह से आहत हुई थी।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रधानमंत्री नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने आंबेडकर के लिए कुछ नहीं किया। यादव ने कहा कि इसके विपरीत, भाजपा ने हमेशा आंबेडकर के योगदान का सम्मान किया।
यादव ने कहा कि आंबेडकर ने अपनी पार्टी बनाई थी, लेकिन नेहरू ने यह सुनिश्चित करने के लिए बाधाएं खड़ी कीं कि वह लोकसभा न पहुंचें।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर संविधान का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया और कहा कि जब एक अदालत ने कांग्रेस की प्रधानमंत्री (इंदिरा गांधी) को अयोग्य घोषित कर दिया, तो देश में आपातकाल लगा दिया गया।
मध्यप्रदेश के प्रभारी कांग्रेस महासचिव जितेंद्र सिंह ने महू में संवाददाताओं से कहा कि राज्य की भाजपा नीत सरकार पार्टी की 27 जनवरी की ‘‘मेगा रैली’’ के रास्ते में बाधाएं पैदा कर रही है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह को डॉ. आंबेडकर पर अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।
पिछले साल संसद सत्र के दौरान आंबेडकर पर शाह की टिप्पणी के बाद से कांग्रेस केंद्रीय गृह मंत्री पर निशाना साध रही है।
सिंह ने कहा कि जब लोकसभा में सांसदों को निलंबित किया गया और राहुल गांधी की संसद सदस्यता छीन ली गई, तब भाजपा को संविधान की याद नहीं आई। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, 400 सीट पार करने का नारा देने वाली भाजपा को लोकसभा चुनाव में मात्र 240 सीट मिलने के बाद ही संविधान की ताकत का एहसास हुआ।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने बहुत कम समय में इस आयोजन के लिए भव्य तैयारियां की हैं, जिससे भाजपा हताश है।
कांग्रेस नेता ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘भाजपा इस आयोजन को विफल करने के लिए सभी हथकंडे अपना रही है। इसके बावजूद, लाखों कांग्रेसी और डॉ. आंबेडकर के अनुयायी संविधान की रक्षा के लिए ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली में उनकी जन्मस्थली महू में एकत्र होंगे।’’
भाषा आशीष नेत्रपाल
नेत्रपाल
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)