मप्रः मुख्यमंत्री ने नर्मदा नदी से सटे धार्मिक शहरों में शराब के सेवन पर पाबंदी लगाने को कहा |

मप्रः मुख्यमंत्री ने नर्मदा नदी से सटे धार्मिक शहरों में शराब के सेवन पर पाबंदी लगाने को कहा

मप्रः मुख्यमंत्री ने नर्मदा नदी से सटे धार्मिक शहरों में शराब के सेवन पर पाबंदी लगाने को कहा

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Modified Date: September 14, 2024 / 08:45 PM IST
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Published Date: September 14, 2024 8:45 pm IST

भोपाल, 14 सितंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि राज्य की जीवन रेखा मानी जाने वाली नर्मदा नदी के किनारे स्थित धार्मिक शहरों और उनके आसपास मांस और शराब का सेवन न हो।

इस नदी के किनारे 21 जिले, 68 तहसीलें, 1138 गांव और 1126 घाट हैं। साथ ही 430 प्राचीन शिव मंदिर और दो शक्तिपीठ भी हैं।

शुक्रवार को अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए यादव ने यह भी कहा कि अनूपपुर जिले में नर्मदा नदी के उद्गम स्थल अमरकंटक को पर्यावरण संरक्षण के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

यादव ने कहा, ‘‘यह बिल्कुल सुनिश्चित किया जाए कि नर्मदा नदी के किनारे बसे धार्मिक नगरों और स्थानों के आसपास मांस-मदिरा का सेवन न हो। भविष्य में बसाई जाने वाली बस्तियां, ऐसी भूमि नर्मदा नदी के उद्गम से दूर होनी चाहिए और वहां ‘सैटेलाइट’ शहर विकसित किये जाने चाहिए। नर्मदा में मलजल नहीं छोड़ा जाना चाहिए। इस पर समय-सीमा के भीतर काम किया जाना चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए नवीनतम तकनीकों का उपयोग किया जाना चाहिए तथा पर्यावरण संरक्षण को तेज करने के लिए नदी तट की गतिविधियों की उपग्रह एवं ड्रोन प्रणाली से निगरानी की जानी चाहिए।

मशीनों के जरिये सभी खनन गतिविधियों पर रोक लगाने पर बल देते हुए यादव ने कहा कि नर्मदा दुनिया की एकमात्र नदी है जिसकी परिक्रमा श्रद्धालु करते हैं।

उन्होंने कहा कि इसे प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटन गतिविधि बनाने के लिए श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चरणबद्ध तरीके से ‘परिक्रमा पथ’ विकसित किया जाना चाहिए।

भाषा राजकुमार पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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