भोपाल, 18 जनवरी (भाषा) मध्य प्रदेश में सीहोर जिले के ‘स्वामित्व योजना’ के एक लाभार्थी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अपनी सफलता की कहानी साझा करते हुए उन्हें बताया कि इस कार्यक्रम (स्वामित्व योजना) के चलते उसके जीवन में कौने-कौन से सकारात्मक बदलाव आए।
केंद्रीय योजना के तहत संपत्ति कार्डों के ई-वितरण के दौरान प्रधानमंत्री ने पिपलिया मीरा ग्राम पंचायत के लाभार्थी मनोहर मेवाड़ा से वर्चुअल माध्यम से बातचीत की।
‘स्वामित्व योजना’ (एक तरह की भूमि योजना) का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में संपत्ति का स्पष्ट स्वामित्व स्थापित करना है, जहां ड्रोन तकनीक का उपयोग करके भूमि के पार्सल को मैप किया जाएगा।
मोदी ने मेवाड़ा से योजना के तहत मिले संपत्ति कार्ड से उनके जीवन में आये बदलाव के बारे में जानकारी ली।
मेवाड़ा ने कहा कि जब उनके पास जमीन का स्वामित्व दिखाने के कागजात नहीं होंगे तो कोई भी बैंक उन्हें ऋण नहीं देगा। मेवाड़ा ने प्रधानमंत्री को बताया कि संपत्ति कार्ड मिलने के बाद उन्होंने एक ‘डेरी फार्म’ शुरू करने के लिए आसानी से 10 लाख रुपये का ऋण मिल गया।
लाभार्थी ने कहा कि उनका परिवार अब डेयरी से प्रति माह 30,000 रुपये कमाता है जिसमें से 16,000 रुपये ऋण चुकाने में खर्च हो जाते हैं।
मोदी ने मेवाड़ा के प्रयासों की सराहना की और कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता है कि देश के हर नागरिक का सिर गर्व से ऊंचा हो और उसका जीवन आसान हो।
मुख्यमंत्री मनोहर यादव सिवनी के पॉलिटेक्निक कॉलेज के मैदान में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए और लाभार्थियों को ई-स्वामित्व कार्ड वितरित किये।
अलग-अलग जिलों में हुए ऐसे ही कार्यक्रमों में मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्रियों ने भी हिस्सा लिया।
भाषा संतोष माधव
माधव
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)