इंदौर (मध्यप्रदेश), 26 दिसंबर (भाषा) इंदौर में अतिक्रमण निरोधक अभियान के तहत गायों का अवैध बाड़ा हटाए जाने के दौरान हुए विवाद में तीन नगर निगम कर्मियों के घायल होने के बाद पुलिस ने गोरक्षकों पर बलवा, गैर इरादतन हत्या का प्रयास और अन्य संगीन आरोपों में मामला दर्ज किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि नगर निगम के एक पीड़ित कर्मचारी की शिकायत पर विजय कालखोर, संजय महाजन और तेज सिंह राठौर व अन्य लोगों पर नगर निगम कर्मचारियों को गालियां देने, डंडों से मारपीट करके उन्हें घायल करने, नगर निगम की गाड़ियों में तोड़-फोड़ करके सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने के आरोपों में मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि यह मामला भारतीय न्याय संहिता की धारा 191(3) (घातक हथियारों से लैस होकर बलवा करना), धारा 110 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास), धारा 115(2) (जान-बूझकर चोट पहुंचाना), धारा 132 (लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला) और अन्य प्रावधानों के तहत बुधवार रात दर्ज किया गया।
अधिकारी ने बताया कि दत्त नगर में बुधवार की सुबह गायों का एक अवैध बाड़ा हटाए जाने के दौरान हुए विवाद में नगर निगम के तीन कर्मचारी घायल हो गए थे।
सोशल मीडिया पर घटना के कुछ वीडियो सामने आए जिनमें कुछ लोग डंडों से उन गाड़ियों के शीशे तोड़ते दिखाई दे रहे हैं जिनके जरिये बाड़े की गायों को नगर निगम की गोशाला ले जाया जा रहा था।
गायों का बाड़ा हटाए जाने का विरोध बजरंग दल की अगुवाई में किया जा रहा था। गोरक्षकों पर मामला दर्ज होने के बाद बजरंग दल की स्थानीय इकाई के संयोजक प्रवीण दरेकर ने दावा किया कि नगर निगम कर्मचारियों से मारपीट में उनके संगठन के कार्यकर्ता शामिल नहीं थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि दत्त नगर में करीब 30 साल पुरानी गोशाला की गायों को नगर निगम की गोशाला ले जाए जाने के दौरान एक गाड़ी में कथित रूप से 20-25 गायों को ठूंस-ठूंस कर रखा गया था जिससे कई गायें घायल हो गईं।
बजरंग दल के नेता ने कहा, ‘गोमाता पर इस अत्याचार के कारण (मौके पर मौजूद) हिंदू समाज के लोग आक्रोशित हो गए थे।’
उन्होंने कहा कि गोरक्षकों और गोशाला चलाने वाले एक संत की ओर से नगर निगम कर्मचारियों के खिलाफ मारपीट और पशु क्रूरता के आरोपों में पुलिस को शिकायत दर्ज कराई गई है और नगर निगम कर्मचारियों के खिलाफ भी प्राथमिकी पंजीबद्ध की जानी चाहिए।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त आलोक कुमार शर्मा ने कहा कि इन शिकायतों पर जांच की जा रही है।
इस बीच, शहर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव एक निजी अस्पताल पहुंचे और विवाद में घायल नगर निगम कर्मियों का हाल-चाल जाना।
उन्होंने गायों का बाड़ा हटाने के दौरान हुए विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा,‘‘हम नगर निगम कर्मचारियों के साथ हैं। मैंने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से बात करके उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा है कि आइंदा ऐसे विवाद न हों।’’
भाषा हर्ष नरेश मनीषा
मनीषा
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