(फाइल फोटो के साथ)
भोपाल, 22 जनवरी (भाषा) मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि 2024-25 में 90 लाख से अधिक परीक्षण कर ‘‘सिकल सेल’ एनीमिया’ बीमारी की जांच में मध्यप्रदेश अग्रणी राज्य बन गया है।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री यादव ने मंगलवार को राष्ट्रीय ‘सिकल सेल एनीमिया’ उन्मूलन मिशन के लक्ष्यों के क्रियान्वयन में देश में अग्रणी राज्य बनने पर मध्यप्रदेश की जनता को बधाई दी।
एक सरकारी अधिकारी ने बुधवार को मुख्यमंत्री को उद्धृत करते हुए बताया कि मध्यप्रदेश ने ‘सिकलसेल रोग’ के सिलसिले में अब तक 90,98,902 लोगों की जांच कर शतप्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया है।
यादव ने इस प्रयास में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी तथा 2047 तक भारत को ‘सिकल सेल’ रोग मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
अधिकारी ने कहा कि राज्य ने 53,87,892 ‘सिकल सेल’ कार्ड (59.21 प्रतिशत) वितरित करके देश में सर्वोच्च स्थान भी हासिल किया है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, ‘सिकल सेल’ एनीमिया एक आनुवंशिक विकार है जो लाल रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करता है। इसके फलस्वरूप लाल रक्त कोशिकाएं कठोर और हंसिये के आकार की हो जाती हैं, ऐसे में इन कोशिकाओं का रक्त वाहिकाओं के माध्यम से आगे बढ़ना मुश्किल हो जाता है, जिससे दर्द, संक्रमण और अंग क्षति हो सकती है।
पटेल और यादव ने इस बात पर गर्व और प्रसन्नता व्यक्त की कि प्रधानमंत्री मोदी के ‘सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन’ के संकल्प की शुरुआत मध्यप्रदेश से हुई।
भाषा
राजकुमार मनीषा
मनीषा
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)