Reported By: Shashikant Sharma
, Modified Date: April 18, 2024 / 05:44 PM IST, Published Date : April 18, 2024/5:44 pm ISTखरगोन। खरगोन सहित पूरे निमाड़ अंचल की तेज गर्मी का असर सिर्फ इंसानों या जीव-जंतुओं पर ही नहीं बल्कि मशीनों पर भी देखने को मिल रहा है। यही कारण है कि खरगोन में तेज गर्मी के दौरान विद्युत वितरण कंपनी को बिजली सप्लाई के लिए लगे पॉवर ट्रांसफार्मरों का तापमान संतुलित करने के लिए कूलर और पंखों का सहारा लेना पड़ रहा है।
तेज धूप और गर्मी पड़ते ही खरगोन के विद्युत मंडल कार्यालय परिसर में लगे ट्रांसफार्मर का तापमान 65 डिग्री से अधिक होने पर पंखे-कूलर शुरू करना पड़ते हैं। यह तापमान यदि 90 डिग्री या इससे अधिक होता है तो ट्रांसफार्मर ब्लास्ट होने का डर रहता है। इसी के चलते पंखे-कूलर लगाने के बाद भी हर घंटे का तापमान रिकार्ड किया जा रहा है। खरगोन शहर में दिसंबर-जनवरी माह तक औसत तापमान 20 से 24 डिग्री के आसपास रहता है। वहीं, इस दौरान शहर में बिजली की खपत 65 लाख यूनिट प्रतिमाह रहती है।
अप्रैल माह की बात की जाए तो वर्तमान में अधिकतम तापमान 40 डिग्री के आसपास चल रहा है और बिजली की खपत 75 लाख यूनिट प्रतिदिन से अधिक हो चुकी है। इस लिहाज से तीन माह के अंतराल में तापमान लगभग दोगुना और बिजली की खपत प्रतिमाह 10 लाख यूनिट से अधिक बढ़ गई है। ऐसे में निमाड़ में पड़ने वाली भीषण गर्मी और तेज धूप में एसी और कूलर भी काम करना बंद कर देते है।
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