शशिकांत शर्मा, खरगोन:
Nursing Students Demonstrated: विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के पूर्व खरगोन के हजारों नर्सिंग छात्र-छात्राएं सीएम शिवराज सिंह चौहान के नाम खून से लिखा हुआ पत्र लेकर सड़को पर उतरे। करीब चार साल से नर्सिंग परीक्षाएं आयोजित नहीं होने के बाद नर्सिंग और पैरामेडिकल विद्यार्थियों ने आक्रोश रैली निकाली। रैली के बाद आक्रोशित छात्र- छात्राओं ने कलेक्ट्रेट के सामने चित्तौड़गढ़-भुसावल हाइवे को कुछ घंटो के लिए जाम कर दिया गया। खरगोन सहित पूरे प्रदेश में वर्ष 2020 से नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेशित छात्र-छात्राओं की वार्षिक परीक्षा का टाइम टेबल जारी नहीं करने से आक्रोश बढऩे लगा है। बार-बार टाले जा रहे परीक्षा कार्यक्रम से नाराज छात्र-छात्राओं ने शुक्रवार को खरगोन जिला मुख्यालय पर प्रभावी प्रदर्शन किया।
कलेक्टर कार्यालय के सामने किया प्रदर्शन
खरगोन के करीब 13 नर्सिंग कॉलेजो के लगभग दो हजार से अधिक छात्र-छात्राएं कुंदा तट स्थित गणेश मंदिर परिसर में एकत्रित हुए। जहां से रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश नहीं मिलने से नाराज विद्यार्थियों ने कलेक्टर कार्यालय के सामने चित्तौड़गढ़ भुसावल हाइवे पर धरना प्रदर्शन करते हुए जनरल प्रमोशन देने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की। जिससे करीब आधे घण्टे तक सड़क के दोनों ओर जाम लग गया।
लगाए परीक्षा नहीं तो वोट नहीं के नारे
हाइवे जाम के बाद पुलिस की चेतावनी के बाद सभी विद्यार्थियों द्वारा रास्ता खोला गया। धरना देने के बाद नर्सिंग विधार्थियों ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान परीक्षा नहीं तो वोट नहीं का नारा भी विद्यार्थियों द्वारा लगाया गया। विद्यार्थियों ने मांग की है कि जल्द टाइम टेबल जारी करने के साथ ही परीक्षा के बाद समय पर परिणाम भी घोषित करें।
Nursing Students Demonstrated: नर्सिंग विद्यार्थियों का कहना है कि मध्यप्रदेश के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि जहां विद्यार्थी एक ही क्लास में पढ़ रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री हमारी मांगे नहीं मान रहे हैं। हमारी मांगे नहीं मानी गई तो आने वाले चुनाव में बहिष्कार करेंगे। वहीं छात्राओ का कहना है कि 2020 से हमारी परीक्षा नहीं हुई है। ऐसे में हमारे माता पिता पर भी आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।