खरगोन: Khargone Riots रामनवमी का जुलूस देखने गए अपने बच्चों को ढूंढने गई चमेली की बाड़ी निवासी लक्ष्मी बाई पांचवें दिन भी अब तक घर नहीं लौटी। मां के लापता होने के बाद से ही दो मासूम बच्चे बिलखते हुए गुमसुम नजर आ रहे है। वहीं परेशान परिजनों द्वारा खरगोन कोतवाली पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। लेकिन पांच दिन गुजरने के बाद भी पुलिस लक्ष्मी नाम की महिला को ढूंढ नहीं पाई है।
Khargone Riots वहीं एसपी का कहना है महिला की खोजबीन की जा रही जल्द ही सुराग लगा लिया जाएगा। खरगोन शहर में पानी पताशे और चाट का ठेला लगाकर अपनी जिंदगी गुजारने वाला पति अपनी पत्नी को ढूंढने के लिए दूसरे शहरों की खाक छान रहा है। जबकि फिलहाल दोनों बच्चे अभिजीत और अदिति अपने बड़े पापा के यहां रह रहे है।
गुमशुदा लक्ष्मी बाई के जेठ पवन कुमार सरोनिया ने बताया कि रामनवमी पर मेरे दो बेटे व छोटे भाई धर्मेंद्र का बेटा अभिजीत सराफा बाजार स्थित चाट की दुकान पहुंचा था। यहां वे जुलूस का इंतजार कर थे, तभी अचानक भगदड़, पथराव और आगजनी की सूचना मिलने के बाद बच्चे तो वहां से निकल गए गए। लेकिन बच्चो की चिंता में लगी मां लक्ष्मी बाई भी अपने बच्चो को ढूंढने के लिए निकल पड़ी लेकिन उसके बाद से वह घर नहीं लौटी है।
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अब लक्ष्मी बाई का मोबाईल भी बंद आ रहा है। अब बच्चे अपनी मां के लिए बिलखते नजर आ रहे है। वहीं प्रभारी एसपी रोहित केशवानी और खरगोन हिंसा में ड्यूटी पर पहुंचे अंकित जायसवाल का कहना है की लापता महिला की खोजबीन की जा रही जल्द ढूंढ लिया जाएगी।