खंडवा। जिले की तीर्थनगरी ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थल पर आज पंद्रह श्रद्धालु नर्मदा नदी के तेज़ बहाव के बीच फंस गए। ओमकारेश्वर में यह घटना तब हुई जब के नागर घाट के पास महाराष्ट्र के श्रद्धालु नदी में पानी कम होने की वजह से चट्टानों के बीच जाकर स्नान कर रहे थे। ओमकारेश्वर बांध की टरबाइन से पानी छोड़ने के पहले अलार्म बजाया जाता है, लेकिन सभी ने इस अलार्म को अनसुना कर दिया और चट्टानों पर बैठकर नहाते रहे।
स्थानीय लोगों ने भी उन्हें समझाया, लेकिन नहीं किसी ने एक ना सुनी कुछ समय बाद टरबाइन से पानी छूटने के कारण नर्मदा का जलस्तर तेज़ी से बढ़ने लगा। सभी युवक बहाव में फंस गए और लोगों से बचाने की गुहार लगाने लगे। तभी आसपास के नावीको और एनडीआरएफ की ओर से लगाए गए नाविकों ने इन्हें देखा और बचाने दौड़े। कड़ी मशक्कत के बाद नाव और रस्सों के जरिए सभी को बचाया गया।एसडीएम चंदर सिंह सोलंकी ने बताया कि टरबाइन चालू करने के पहले चार बार अलार्म बजाया जाता है, ताकि नदी में नहाने वाले लोग सचेत हो जाएं, लेकिन बाहर से आने वाले श्रद्धालु इस और ध्यान नहीं देते।
इस तरह की लापरवाही के कारण ही घटनाएं होती है। हालांकि नदी में नाव पर सवार नाविक और एनडीआरएफ के लोग मौजूद रहते हैं, जिन्होंने तुरंत जान जोखिम में डालकर सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। श्रद्धालुओं को डूबता देख वहां आसपास मौजूद नाविकों ने तुरंत पानी में कूदकर 15 से 20 श्रद्धालुओं की जान बचाई। अपनी नाव वहां मौके पर ले जाकर उनका रेस्क्यू किया। श्रद्धालुओं के डूबने की सूचना मिलते ही मांधाता थाने का बल भी तत्काल मौके पर पहुंचा और श्रद्धालुओं के रेस्क्यू में मदद की। IBC24 से प्रतीक मिश्रा की रिपोर्ट