Couple’s dead body found floating in Narmada river जबलपुर। जिंदगी में किसी भी परेशानी के वक्त इंसान का एक छोटा सा गलत कदम पूरे परिवार की खुशियां छीन लेता है। ऐसा ही कुछ जबलपुर में हुआ, जहां पति और पत्नी ने किसी बात की वजह से नर्मदा में कूदकर आत्महत्या कर ली और पीछे छूट गए दो मासूम बच्चे और बुजुर्ग पिता। कहते हैं की मौत जब आती है तो अपने साथ कोई न कोई बहाना जरूर लाती है, लेकिन इंसान जब खुद मौत को गले लगा ले तो उसके पीछे कई कारण होते हैं।
बेटे ने पिता को लिखा नोट
“आदरणीय पिता जी, हम बहुत दुखी मन से अपनी मौत को गले लगा रहें हैं। हमारी मौत से आप बिल्कुल भी व्याकुल मत होना, बस इतना करना कि दोनों बेटे को अच्छे से पढ़ाना, अगर वो आपको परेशान करें तो सजा देनें से भी पीछे नही हटना। मेरे ऊपर बहुत सारा कर्ज है, मैं चाहूं तो उस कर्ज को चुका सकता हूं पर कुछ मजबूरी है। मेरे ऊपर यूनियन बैंक का भी कर्ज है, इसके अलावा कुछ और भी बात है। हमारी आत्महत्या के बाद कोई किसी पर ये आरोप ना लगाएं कि इसके-उसके के खातिर इन्होंने आत्महत्या कर ली। हमारी मौत पर ना ही मेरे घर वाले और ना ही संध्या के घर वालों को परेशान किया जाए। पिता जी दोनों बेटों को अच्छे से पढ़ाना, आपका बेटा धर्मेंद्र और बहू संध्या…।”
दंपति ने नर्मदा नदी में कूदकर की आत्महत्या
जबलपुर के भेड़ाघाट थाना क्षेत्र के ग्राम बमुरहा हिनौता में रहने वाले एक किसान ने अपनी पत्नी के साथ कुछ इस तरह के सुसाइड नोट में दोनों अपने साइन कर 28 जून को नर्मदा नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली और पीछे छूट गए दो मासूम बच्चे और बुजुर्ग पिता, जिनकी आंखें जिंदगी भर के लिए आंसुओं से भर गईं। ग्राम बमुरहा हिनौता के रहने वाले धर्मेंद्र पटेल अपनी पत्नी संध्या के साथ 28 जून की सुबह घर से मंदिर जाने का बोलकर निकला और घर वापिस नहीं आया। बेटे और बहू जब देर शाम होने पर भी घर वापिस नहीं आए तो बुजुर्ग पिता ने अपने रिश्तेदारों से पता किया, लेकिन जब सभी जगह से कोई पता नहीं लगा तो भेड़ाघाट थाने में धर्मेद्र और उसकी पत्नी संध्या की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। काफी छानबीन करने पर पुलिस ने धर्मेंद्र की मोटरसाइकिल भेड़ाघाट के समीप बरामद की और नर्मदा किनारे रहने वाले एक बाबा से पूछताछ में दोनो की नर्मदा में छलांग लगाने की बात सामने आई। लंबी छानबीन के बाद पुलिस ने 4 जुलाई की शाम धर्मेद्र का शव नर्मदा के मालकछार घाट से और 5 जुलाई की सुबह पत्नी संध्या का शव सरस्वती घाट से समीप से नर्मदा में तैरते हुए बरामद किया।
धर्मेंद्र के ऊपर था 20 लाख का कर्ज
अपने घर के बड़े बेटे और बहू के इस कदम के बाद मौत की खबर ने पिता को झकझोर दिया। धर्मेंद्र के दोनो बेटे जिसमें एक 14 साल तो दूसरा 16 साल का है, दोनों का रो-रो कर बुरा हाल है। घटना की खबर जिसने भी सुनी वह स्तब्ध रह गया। पुलिस और परिजनों के अनुसार धर्मेंद्र ने हाल ही में एक नया टैक्टर खरीदा था और 27 जून को ही बैंक वाले लोन संबंधित बात करने धर्मेंद्र के पास भी आए थे। धर्मेंद्र के ऊपर करीब 20 लाख रुपए का कर्जा था। हालांकि धर्मेंद्र एक संपन्न किसानों में से था और उसके पास करोड़ों की प्रॉपर्टी भी थी, लेकिन इस तरह महज 20 लाख के कर्ज की वजह से पत्नी के साथ आत्महत्या का कदम उठाने की बात किसी को पच नहीं रही है। माना जा रहा है कि इस आत्मघाती कदम के पीछे और भी कोई वजह हो सकती है।
बारीकी से जांच कर रही पुलिस
भेड़ाघाट पुलिस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर इस गुत्थी को सुलझाने का प्रयास कर रही है। जीवन में ऐसे बहुत से मोड़ आते हैं जब इंसान अपने आप को कमजोर महसूस करने लगता है और मानसिक तनाव के चलते कुछ ऐसे कदम उठा लेता है जो जिंदगी भर के लिए नासूर बन जाते हैं। धर्मेद्र और संध्या की यह सुसाइड मिस्ट्री भी कुछ इसी तरह की है जहां सभी के जहन में एक ही सवाल है कि दोनों ने ऐसा क्यों किया? इस सवाल का जवाब तो हो सकता है मिल जाए, लेकिन उस बुजुर्ग पिता का सहारा और दोनों बेटों को मां बाप का लाड़ प्यार अब कभी नहीं मिल पाएगा।