जबलपुर: obscene videos to college students जबलपुर में गर्ल्स कॉलेज की छात्राओं से ब्लैकमेलिंग के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। कॉलेज के ऑफिशियल व्हाट्सएप ग्रुप से ही छात्राओं के मोबाईल नंबर लीक हुए थे। कॉलेज के एक ग्रुप में ब्लैकमेलर का नंबर था। कॉलेज टीचर और कुछ छात्राएं इस ग्रुप की एडमिन थीं। ब्लैकमेलिंग होने के बाद ग्रुप से नम्बर हटा दिया गया है।
obscene videos to college students बता दें कि संस्कारधानी जबलपुर में हुए अश्लील वीडियो कांड को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है, हालाकि यह कोई राजनीति का विषय नहीं था। मामला पूरी तरह से कॉलेज की छात्राओं को अश्लील वीडियो भेजकर ब्लैकमेलिंग का है, लेकिन इसी बीच कांग्रेस ने इस मामले की उच्चस्तरीय SIT जांच की मांग की है।
कांग्रेस ने महिला वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की अगुआई में SIT गठित करने की मांग की है।कांग्रेस ने बड़े गिरोह की आशंका जताई है। एक नहीं बल्कि कई गर्ल्स कॉलेज में गिरोह के सक्रिय होने की आशंका जताई है। कांग्रेस ने हर गर्ल्स कॉलेज में छात्राओं को भरोसे में लेकर जांच की मांग की है। पूर्व विधायक विनय सक्सेना के नेतृत्व में 1:00 बजे एसपी ऑफिस पहुंचकर कांग्रेस कार्यकर्ता एसपी से मिलेंगे।
obscene videos to college students इसके पहले कॉलेज छात्राओं के साथ ब्लैकमेलिंग के मामले में बीजेपी विधायक अशोक रोहाणी का बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने इस घटना को दुखद और निंदनीय घटना बताया था। इस घटना में शामिल लोगों का पता लगाने पुलिस को निर्देश दिए। एसपी को जांच कर दोषियों पर सख्त कार्यवाई करने के लिए कहा, ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो। विधायक ने कहा कि ऐसे मामलों में राजनीति न हो, दोषियों को मिलकर सजा दिलाने में कांग्रेस को सहयोग करना चाहिए।
बता दें कि बीते दिन जबलपुर के एक गर्ल्स कॉलेज में सैकड़ों छात्राओं के मोबाइल में अश्लील वीडियो भेजकर उन्हे इसमें फंसाने की धमकी देकर उन्हे ब्लैकमेल किया गया। इसके बाद डरी सहमी 53 छात्राओं ने उनके जाल में फंसकर उन्हे पैसे भी ट्रांसफर कर दिए। इस मामले की पड़ताल के बाद पूरे कॉलेज प्रशासन में हड़कंप मच गया है, मामले की जांच शुरू हो गई है। आईबीसी24 ने इस पूरे मामले को तेजी से उठाया है, जिसके बाद से पुलिस और प्रशासन हरकत में आया है।