जबलपुर, 27 मार्च (भाषा) मध्यप्रदेश का एक सरकारी कॉलेज अपने 100 से अधिक दृष्टिबाधित विद्यार्थियों को विशेष रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण पाठ्यक्रम प्रदान करेगा, जो राज्य में इस तरह की पहली पहल है।
प्रधानमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय शासकीय महाकौशल कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय के दिव्यांग प्रकोष्ठ ने दो वर्षीय ‘शिक्षा एवं प्रशिक्षण के माध्यम से सशक्तीकरण कार्यक्रम’ शुरू करने के लिए चेन्नई स्थित एक गैर-लाभकारी संगठन के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
दिव्यांग प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रोफेसर डॉ. अरुण शुक्ला ने बृहस्पतिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि इस तरह का प्रशिक्षण देने वाला यह राज्य का पहला शैक्षणिक संस्थान है।
उन्होंने कहा, ‘राज्य के विभिन्न हिस्सों से 100 से अधिक दृष्टिबाधित छात्र यहां अध्ययन कर रहे हैं और उन्हें निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है।’
उन्होंने बताया कि बुधवार को चेन्नई स्थित ‘हेल्प द ब्लाइंड फाउंडेशन’ के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
डॉ. शुक्ला ने बताया कि विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुखी कम्प्यूटर प्रशिक्षण और प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग दी जाएगी।
‘हेल्प द ब्लाइंड फाउंडेशन’ के ट्रस्टी नटराज शंकरन ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘यह मध्यप्रदेश का पहला सरकारी कॉलेज है जिसके साथ हमने इस तरह के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।’
भाषा
शुभम सुरेश
सुरेश
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