PM Shri Seva completely closed in Indore: इंदौर। इंदौर में पीएम श्री सेवा पूरी तरह बंद हो गई है। बता दें कि, मध्य प्रदेश में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए 5 महीने पहले ‘पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा’ शुरू की गई थी। इसे सीएम मोहन यादव का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट माना जा रहा था। 13 जून को सीएम मोहन यादव ने खुद इसका शुभारंभ किया था। बताया जा रहा है कि, यात्री ना मिलने के चलते यह सेवा बंद हुई है।
बस के बराबर फ्लाइट ले रही थी टाइम
सीएम मोहन यादव के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को शुरू करते समय दावा किया गया था कि भोपाल से इंदौर का सफर सिर्फ 55 मिनट में पूरा होगा, लेकिन असलीयत इससे अलग निकली। दरअसल, फ्लाइट्स की सबसे बड़ी समस्या ये थी कि ये बस और ट्रेन जितना समय ही ले रही थी। ये बात भी सामने आई की शुरूआती 30 दिनों तक टिकट पर 50% की छूट दी गई थी, लेकिन बाद में पूरा किराया वसूल किया जाने लगा, जो ट्रेन या बस के मुकाबले काफी महंगा था।माना जा रहा है कि, शायद यहीं वजह है कि, यात्रियों की संख्या में कमी आई हो।
नया शेड्यूल जारी
बता दें कि, यह हवाई सेवा फ्लाई ओला कंपनी के अंडर थी। शुरूआत में तो इस सेवा को अच्छी प्रतिक्रिया मिली, लेकिन धीरे-धीरे यात्रियों की संख्या कम होती गई, जिसके बाद इस सेवा के नए शेड्यूल से इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर को हटा दिया गया है। अब सिर्फ भोपाल से जबलपुर, रीवा, सिंगरौली और खजुराहो के लिए हफ्ते में तीन दिन उड़ानें भरी जा रही हैं। एमपी टूरिज्म बोर्ड के कंपनी सेक्रेटरी अंकित कौरव का कहना है कि नवंबर में जारी नया शेड्यूल उड़ानों की उपलब्धता को दर्शाता है।
फिलहाल, पीएम श्री उड़ानें हफ्ते में छह दिन भोपाल से संचालित होती हैं। सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को भोपाल से रीवा, सिंगरौली और जबलपुर के लिए उड़ानें भरी जाती हैं। जबकि शनिवार, रविवार और मंगलवार को भोपाल से खजुराहो, रीवा और सिंगरौली के लिए उड़ानें उपलब्ध हैं। सभी उड़ानों का समय इस प्रकार निर्धारित किया गया है कि विमान सुबह भोपाल से उड़ान भरे और शाम को वापस लौट आए।
ऐसे आप भी बुक सकते हैं टिकट
यात्री फ्लाई ओला की वेबसाइट www.flyola.in पर जाकर टिकट बुक कर सकते हैं। वेबसाइट पर ऑफर, शेड्यूल और किराए से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध है। इंदौर, भोपाल और जबलपुर के हवाई अड्डों पर बुकिंग काउंटर भी बनाए गए थे, लेकिन इंदौर से उड़ानें बंद होने के कारण वहां का काउंटर बंद कर दिया गया है। इस समय, प्रदेश के केवल 5 शहरों को हवाई सेवा से जोड़ा गया है, जबकि पहले यह संख्या 8 थी।