Reported By: Ravi Sisodiya
,इंदौर। Indore News: इंदौर के एलआईजी चौराहे पर स्थित एक निजी अस्पताल में एक ऐसी मार्मिक तस्वीर सामने आई कि, जिस किसी ने भी इस तस्वीर को देखा सभी की आंखें नम हो गई पति-पत्नी शादी के समय साथ फिर लेते सात जन्मों का वादा निभाते हैं और पति अपनी पत्नी के मांग में सिंदूर भरता है, लेकिन जब जीवन में बिछड़ने का वियोग आए और उसी समय पर भी पति इस रीति को निभाते हैं तो हर किसी की आंख में आंसू आ गया । पत्नी को अंतिम विदाई देते समय पति भूपेंद्र राठौर ने अपनी पत्नी मनीषा राठौड़ को अस्पताल में ही उनकी मांग में सिंदूर भरा और सिर पर हाथ रखते हुए उन्हें अंतिम विदाई दी इस समय पर खुद वे भी अपनी पत्नी के पास वाले बेड पर ही उपचारत हैं ।
दरअसल, शाजापुर के रहने वाले भूपेंद्र राठौर और उनकी पत्नी मनीषा राठौड़ का कुछ दिन पहले रोड एक्सीडेंट हो गया था जिसमें वह गंभीर घायल हो गए थे। वहीं दोनों का इलाज इंदौर के एलआईजी चौराहे स्थित निजी अस्पताल में चल रहा था जहां डॉक्टर ने मनीषा राठौड़ का ब्रेनडेड घोषित कर दिया था। दुख की इस घड़ी में परिवार ने दूसरों का हमदर्द बनने की ठानी और मनीष राठौर के अंगदान का निर्णय लिया गया। इसके बाद उनकी किडनी, लीवर और आंखें दान की गई ।
Indore News: प्रशासन से पूर्ण अनुमति मिलने के बाद मुस्कान ग्रुप द्वारा मनीषा राठौड़ के अंगदान किए गए और इसको लेकर शहर में 58 व ग्रीन कॉरिडोर बना दुख के इस समय में भी राठौर परिवार ने किसी दूसरे के दुख को खत्म करने का साहस से निर्णय लिया। परिवार का कहना है कि, यह समय उनके लिए काफी दुख का है लेकिन वह खुद भी चाहती थी की भगवान ने करें कभी ऐसा कुछ होता है तो उनकी देह लोगों के काम आए वही डॉक्टर कभी कहना है कि प्रशासन की अनुमति के बाद परिवार ने अंगदान की सहमति जताई थी जिसके बाद शहर में 58 वां ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया जिनमे उनकी किडनी और आंखें दान की गई।