Demand to Rename Pithampur as Yamrajpur: इंदौर। भोपाल गैस कांड के कचरे को पीथमपुर में जलाने का विरोध बढ़ता ही जा रहा है। सड़क पर प्रदर्शकारियों ने जाम लगा दिया है। पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए लाठीलार्ज का सहारा लिया तो वहीं प्रदर्शन कर रहे दो युवकों ने आत्मदाह की कोशिश भी की। इसी बीच पीथमपुर में हो रहे विवाद को लेकर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखा है।
यूनियन कार्बाइड मामले पर कांग्रेस ने लिखा पत्र
यूनियन कार्बाइड मामले में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पीथमपुर का नाम बदलकर यमराजपुर रखने की मांग की है। कांग्रेस ने कहा कि, यदि पीथमपुर में जला कचरा तो वो (पीथमपुर) यमराजपुर बन जाएगा। कांग्रेस ने मांग की कि, बुद्धिजीवियों और व्यापारिक संगठनों से चर्चा कर ही कोई निर्णय लिया जाए। बता दें कि, कांग्रेस सेवा दल के जिला अध्यक्ष विवेक खंडेलवाल ने सीएम यादव को पत्र लिखा है।
कचरे को दूसरे जगह निपटाने की मांग
बता दें कि भोपाल गैस कांड के 40 साल बाद यूनियन कार्बाइड कारखाने का 337 टन जहरीला कचरा गुरुवार की सुबह इंदौर के पास स्थित पीथमपुर की एक इंडस्ट्रियल वेस्ट डिपोजिट यूनिट में पहुंचा दिया गया। मामले की सूचना मिलते ही पीथमपुर के महाराणा प्रताप बस स्टैंड पर पर्यावरण बचाओ समिति द्वारा सर्व समाज एकत्रित होकर धरना प्रदर्शन में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। धरना प्रदर्शन में आए युवाओं का कहना था कि अगर कचरे को यही पीथमपुर स्थित रामकी कंपनी में नष्ट किया गया तो हम अपनी जान तक दे देंगे। लोगों की मांग है कि इस कचरे के निपटान की व्यवस्था पीथमपुर से हटाकर कहीं और की जाए। सामाजिक कार्यकर्ता संदीप रघुवंशी का कहना है कि, शासन प्रशासन यह स्पष्ट नहीं कर देता की पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा नहीं जलेगा तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा।
पीथमपुर में क्यों विरोध हो रहा ?
नागरिकों ने जहरीले कचरे को पीथमपुर में नष्ट किए जाने से इंसानी आबादी और पर्यावरण पर खतरनाक असर पड़ने की आशंका जताई है। पीथमपुर और इंदौर के बीच करीब 30 किलोमीटर की दूरी है। इंदौर के नागरिक भी यूनियन कार्बाइड कारखाने का जहरीला कचरा पीथमपुर में जलाए जाने का विरोध कर रहे हैं। हालांकि प्रदेश सरकार ने इस कचरे के सुरक्षित निपटान के पक्के इंतजामों का भरोसा दिलाते हुए हुए इन आशंकाओं को खारिज किया है। सरकार के आश्वासन के बावजूद लोग आशंकित नजर आ रहे हैं और कचरा कहीं और ले जाने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों का मानना है कि कचरे को जलाने से पर्यावरण और स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। वे इसे अपने क्षेत्र में नहीं चाहते।
विरोध के दौरान दो युवकों ने अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली। वे मामूली रूप से झुलसे हैं और उनका अस्पताल में इलाज जारी है।
यूनियन कार्बाइड मामले में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पीथमपुर का नाम बदलकर यमराजपुर रखने की मांग की है। कांग्रेस ने कहा कि, यदि पीथमपुर में जला कचरा तो वो (पीथमपुर) यमराजपुर बन जाएगा। कांग्रेस ने मांग की कि, बुद्धिजीवियों और व्यापारिक संगठनों से चर्चा कर ही कोई निर्णय लिया जाए। बता दें कि, कांग्रेस सेवा दल के जिला अध्यक्ष विवेक खंडेलवाल ने सीएम यादव को पत्र लिखा है।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया।
प्रदर्शनकारी भोपाल गैस कांड के कचरे को पीथमपुर में जलाने की योजना को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
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