Reported By: Anshul Mukati
,Swachh Survekshan 2025 | Source : Wikipedia
इंदौर। Swachh Survekshan 2025: यदि आप इंदौर जा रहे है तो सावधान रहिये, देश के सबसे साफ़ शहर में कही भी खुले में कचरा फेंकने की गलती ना करें, क्योंकि इंदौर का कचरा भी अपने मालिक का पता बताने लगा है। इंदौर में नगर निगम ने खुले में कचरा फेकने वालो की धड़ पकड़ शुरू की है। जहां भी खुले में कचरा पड़ा हुआ मिलता है निगम की टीम उसके बारे में पता लगा लेती है और फिर खुले में कचरा फेकने वालो पर चालानी कार्रवाई कर दी जाती है।
इंदौर देश के सात बार से नंबर वन शहर बना हुआ है, आठवीं बार भी इंदौर स्वच्छता सुपर लीग में मुंबई और सूरत से मुकाबला कर रहा है जिसमे की नंबर वन का दावा इंदौर का है। शहर में कभी भी सर्वेक्षण का दल आ सकता है, इसलिए इंदौर नगर निगम ने सफाई को लेकर सख्ती दिखाना शुरू कर रखी है। इंदौर नगर निगम के अधिकारियो को लगातार यह शिकायत मिल रही थी शहर के कई इलाको में खुले में लोग कचरा फेक कर चले जाते है, यह शिकायत सामने आने के बाद अधिकारियो ने ऐसे लोगो का पता लगा कर उन पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
इसके बाद नगर निगम की टीम ने पता लगाना शुरू किया, निगम ने इस कचरे से सबूत निकालना शुरू किये जिससे निगम को कुछ न कुछ जानकारी मिल जाती और उसके बाद निगम की टीम करवाई करती। हर माह ऐसे 100 केस सामने आ रहे है जिसमे निगम 5 से 7 लाख की वसूली भी कर रहा है, पिछले कुछ केस में भी निगम ने ऐसे ही कचरे का पता लगाया था।
रेती मंडी चौराहे के पास खुले मैदान में कचरा मिला। इसमें सबूत ढूंढे तो डी-मार्ट शॉपिंग मार्केट के वस्तावेज मिले, इस आधार पर टीम डी-मार्ट पहुंची और बिल्डिंग को सील कर दिया, 25 हजार जुर्माना भरने पर बिल्डिग को खोला।
भंवरकुआं प्लॉट पर कचरा मिला, निगम ने कचरे में सबूत ढूंढे तो सुखमनी हॉस्टल में ही रहने वाले एक छात्र के दस्तावेज मिले, टीम ने बिल्डिंग को सील कर दिया, जुर्माने के बाद बिल्डिंग को खोला और कचरा वाहन में डालने हो कहा।
हाल ही में रेती मंडी के पास जोन अधिकारी संदीप दांगी ने देखा तो कई खाली लिफाफे मिले, ये लिफाफे ई कॉमर्स कम्पनी से ऑनलाइन सामान मंगाकर खाली होने के बाद फेंके गए थे, अधिकारी ने नाम और पते देख उनके घर जाकर कार्रवाई की।