इंदौर (मध्यप्रदेश), 20 नवंबर (भाषा) अगले साल की शुरुआत में संभावित वाणिज्यिक परिचालन से पहले इंदौर मेट्रो परियोजना ने अहम पड़ाव पार कर लिया है। यह परियोजना रेल मंत्रालय के अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) के परीक्षण की दो कसौटियों पर खरी उतरी है। मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि आरडीएसओ ने नौ नवंबर से 17 नवंबर तक इंदौर मेट्रो रेल को दोलन और आपातकालीन स्थिति में ब्रेक लगाए जाने के पैमानों पर परखा।
उन्होंने बताया कि इन परीक्षणों में इंदौर मेट्रो रेल सफल रही और अगले चरण में मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) इसे अलग-अलग कसौटियों पर परखेगा।
अधिकारी ने बताया कि सीएमआरएस की हरी झंडी के बाद ही मेट्रो रेल का वाणिज्यिक परिचालन शुरू किया जा सकता है।
अधिकारी ने बताया कि शुरुआत में शहर के गांधी नगर स्टेशन से सुपर कॉरिडोर के स्टेशन क्रमांक-तीन के बीच 5.90 किलोमीटर के सर्वोच्च प्राथमिकता वाले गलियारे पर मेट्रो रेल चलाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस गलियारे पर मेट्रो रेल प्रायोगिक परीक्षण (ट्रायल रन) सितंबर 2023 में किया गया था।
अधिकारी ने बताया कि इंदौर में 7,500.80 करोड़ रुपये की कुल लागत वाली मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण की नींव 14 सितंबर 2019 को रखी गई थी। इसके तहत शहर में करीब 31.50 किलोमीटर लम्बा मेट्रो रेल गलियारा बनाया जाना है।
भाषा हर्ष नोमान
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