दतिया: Legend of Shiva Temple of Datia पवित्र श्रावण का मास चल रहा है। शिवभक्तों की अगर बात करें तो भगवान महादेव के भक्तों को यह महीना बड़ा ही पावन और कल्याणकारी माना जाता है। शिव भक्तों का मानना है श्रवण माह में पड़ने वाले सावन सोमवार को भगवान शिव का अभिषेक करने से शिव जी की अद्भुत कृपा की प्राप्ति होती है। इस बार तो श्रावण में ही पुरुषोत्तम मास पड़ा है। आध्यात्म की दृष्टि से इस कारण इस महीने के सोमवार का महत्वता और भी बड़ जाता है।
दतिया की अगर हम बात करें तो यहां शिव जी के तमाम प्राचीन शिवालय हैं, जिनमें पीतांबरा पीठ स्थित भगवान बनखंडेश्वर महादेव का मंदिर अति प्राचीन है यह शिवालय महाभारत कालीन माना जाता है। कहा जाता है कि यहां पांडवों के गुरु द्रोण के पुत्र एवं सप्त चिरंजीवियों में सुमार अश्वत्थामा आज भी दर्शन करने आते हैं। इस बात की पुष्टि पीतांबरा पीठ के पीठाधीश्वर पूज्य स्वामी जी महाराज ने तो की ही है।
Legend of Shiva Temple of Datia इस बात के तमाम प्रमाण भक्तों को भी मिले हैं। आज श्रवण सोमवार को प्रातः से ही भगवान बनखंडेश्वर महादेव के दर पर श्रद्धालुओं का तांता लग गया। भगवान बनखंडेश्वर महादेव के अभिषेक के पश्चात उनकी आरती की गई आरती में सैकड़ों की संख्या में शिवभक्त शामिल हुए। इस बार रक्षाबंधन में 8 सावन सोमवार है। सावन माह बड़ा ही पावन महीना है। इस महीने में तमाम शिवभक्त भगवान महादेव की भक्ति में डूबे हुए हैं।