भोपाल : Gwalior Regional Industry Conclave: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर प्रदेश के संभागीय मुख्यालयों पर शुरू हुई रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की श्रंखला में बुधवार को ग्वालियर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का भव्य आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्वालियर में आयोजित कॉन्क्लेव में 1 हजार 586 करोड़ रूपए के निवेश की 47 इकाइयों का वर्चुअली भूमिपूजन और लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों के उद्योगपतियों से वर्चुअली संवाद कर 120 इकाइयों को भूमि आवंटन आशय पत्र प्रदान किए। ग्वालियर समिट के दौरान कुल 8,000 करोड से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए जिससे लगभग 35000 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्वालियर स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा निर्मित जय विलास प्रवेश द्वार का लोकार्पण भी किया। इस एक दिवसीय रीजनल कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रमुख उद्योगपतियों से वन टू वन संवाद कर ग्वालियर चंबल क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाओं पर चर्चा की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समिट को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारे देश की अर्थव्यवस्था, दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बनी है। प्रदेश सरकार सभी क्षेत्रों में समान रूप से आगे बढ़ रही है, यह तीसरी इंडस्ट्री कॉन्क्लेव है, इसने अभी तक के सारे रिकॉर्ड तोड़े हैं। बड़े पैमाने पर उद्योगपतियों ने ग्वालियर-चंबल में निवेश को लेकर उत्साह दिखाया है। उन्होंने कहा कि हमने तय किया है कि पूरे प्रदेश के अंदर इंडस्ट्री के मामलों में सरकार हमेशा आगे बढ़ेगी। उन्होंने विक्रमादित्य के काल को याद करते हुए कहा कि उद्यमशीलता के लिए अनुकूलता चाहिए, उद्यमशीलता के बिना अनुकूलता नहीं हो सकती। डॉ यादव ने कहा कि हमारा देश राम और कृष्ण का देश है। इनसे हम अपने दुनिया के अंदर अच्छाई और सच्चाई सीखें। जिससे रामराज्य के माध्यम से सुशासन की स्थापना हो, देश और प्रदेश समृद्ध हो और आगे बढ़े…
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रदेश में क्षेत्रीय कार्यालयों के 06 स्थानों पर 28 इकाईयों के लोकार्पण एवं भूमि पूजन किया जिसमें 1321.11 करोड़ का पूंजी निवेश एवं लगभग 3785 व्यक्तियों को रोजगार प्रस्तावित है। इसके साथ ही सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग अंतर्गत 19 इकाईयों के लोकार्पण एवं भूमि पूजन किया गया। जिसमें 265 करोड़ से अधिक का पूंजी निवेश एवं लगभग 967 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार प्रस्तावित है। इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा 120 इकाईयों के आशय पत्र जारी किये गये जिन्हें 268 एकड़ भूमि आवंटित किया जाना है, जिसमें 1680 करोड़ से अधिक का पूंजी निवेश एवं 6600 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार प्रस्तावित है।
समिट में 4000 से अधिक प्रतिभागियों ने भागीदारी की। 15 अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने भाग लिय जिनमें कनाडा, नीदरलैंड, टोगो, जाम्बिया, मैक्सिको से प्रतिनिधि मण्डल सम्मिलित हुए। 150 से अधिक विशिष्ट अतिथियों सहित 15 से अधिक राज्यों के निवेशकों ने सहभागिता की। जिनमें से अधिकांश पर्यटन, आईटी, फूटवेयर, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के उद्योगपति हैं और मध्यप्रदेश में निवेश हेतु रूचि रखते हैं।
समिट के दौरान 400 से अधिक बॉयर सेलर मीट आयोजित की गईं। जिसमें 5 से अधिक औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने सहभागिता की,जिनमें सीआईआई, लघु उद्योग भारती, डिक्की आदि के प्रतिनिधि प्रमुख रूप से शामिल रहे। समिट के दौरान प्रदेश सरकार द्वारा विभागवार प्रजेंटेशन दिए गए जिसमें औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग, पर्यटन, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग, खनिज साधन तथा साइंस एवं टेक्नोलॉजी विभाग प्रमुख हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समिट के दौरान 20 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों एवं उद्योग संगठनों के साथ वन टू वन बैठकें कीं। जिनमें से अडानी ग्रुप, रिलायंस ग्रुप, टोपिलाईट फूड, एलिक्जर इण्डस्ट्रीज, एसएसजी फर्निशिंग सॉल्युसंस, प्राईम गोल्ड,एजीआई ग्लास पैक प्रमुख हैं। इसके साथ ही अडानी पोर्टस एण्ड एसईजेड लि. के एमडी करण अडानी, रिलायंस बायो एनर्जी के विवेक तनेजा, ट्रोपिलाईट फूड के एमडी पुनीत डावर ने मध्यप्रदेश में निवेश को लेकर मंच से अपने अनुभव सांझा किये।
समिट के दौरान 6 सेक्टोरल सत्र आयोजित किए गए जिसमें एमएसएमई और निर्यात में अवसर, ओडीओपी सेक्टर पर फोकस, पर्यटन में अवसर, स्टार्ट अप क्षेत्र में अवसर, फुटवियर क्षेत्र में अवसर, उच्च शिक्षा एवं कौशल में अवसर, ग्रामीण, हथकरघा एवं हस्तशिल्प उद्योगों में अवसर के विषय शामिल रहे। इसके साथ ही 3 राउंड टेबल बैठकें आयोजित की गईं जिनमें ग्वालियर पीसीबी क्लस्टर पर, स्टार्टअप सेक्टरों में अवसर पर और फूटवियर सेक्टर के अवसरों पर चर्चा की गई।
प्रदेश सरकार द्वारा जिला स्तर पर निवेश को सुगम बनाने, निवेशकों को उचित मार्गदर्शन करने एवं निवेश परियोजनाओं को क्रियान्वित/स्थापित करने हेतु आवश्यक जिला स्तरीय अनुमतियां/ अनुज्ञप्तियों को निर्धारित समयावधि में प्रदान करने के उद्धेश्य से जिला कलेक्टर कार्यालय में निवेश प्रोत्साहन केन्द्र स्थापित किये जा रहें हैं। आज ग्वालियर एवं चम्बल संभाग के सभी 08 जिलों में इन केन्द्रों का शुभारम्भ किया गया ।
ग्वालियर समिट के दौरान कुल 8,000 करोड से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए जिससे लगभग 35000 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। अडानी समूह द्वारा 3,500 करोड़ की लागत से गुना में 2 मिलियन टन सीमेंट प्रोजेक्ट एवं शिवपुरी में प्रोपेल्लेंट प्रोजेक्ट में निवेश प्रस्ताव दिया जिससे 3,500 व्यक्तियों को रोजगार प्राप्त होने की संभावना है। रिलायंस समूह द्वारा रिन्युएबल एनर्जी गैस एवं बायो गैस प्रोजेक्ट हेतु निवेश प्रस्ताव दिया जिसमें ग्रामीण क्षेत्र में नवीन 2,000 रोजगार उत्पन्न की संभावना है। ट्रोपिलाईट फूड के द्वारा फूड प्रोसेसिंग हेतु 100 करोड के नवीन निवेश का प्रस्ताव आया जिससे महिलाओं हेतु 500 रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। इसके साथ ही अन्य संस्थानों के निवेश प्रस्ताव भी मिले जिनमें पॉलीग्रो इण्डस्ट्रीज, ओएफबी टेक, प्राईम गोल्ड, एसएसजी फर्निशिंग साल्युसंस, एलिक्सर इण्डस्ट्रीज, मार्वल विनाइल, मॉडर्न टेक्नोप्रोजेक्टस, जमना ऑटो (विस्तार), द सुप्रीम इण्डस्ट्रीज (विस्तार), संघवी फूड्स (विस्तार) शामिल हैं।
समिट के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ग्वालियर चंबल क्षेत्र के लिए अनेकों सौगातें दीं। उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र सीतापुर, जिला- मुरैना में पुलिस चौकी की स्थापना की जाएगी। औद्योगिक क्षेत्र बामोर, जिला- मुरैना में फायर स्टेशन की स्थापना की जाएगी। एमपीआईडीसी, क्षेत्रीय कार्यालय ग्वालियर अंतर्गत 04 नये औद्योगिक पार्क बनाए जाएंगे। जिनमें मोहना जिला- ग्वालियर क्षेत्रफल 210 हेक्टेयर, गुरावल, जिला- शिवपुरी क्षेत्रफल 30.64 हेक्टेयर, चैनपुरा, जिला- गुना, क्षेत्रफल 333 हेक्टेयर, मवई जिला- मुरैना, क्षेत्रफल 210 हेक्टेयर हैं। इसके साथ ही ग्वालियर शहर में निजी क्षेत्र का बड़ा चिकित्सालय लाये जाने का प्रयास किया जाएगा।
ग्वालियर, रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के शुभारंभ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पशु रक्षा वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, इसके बाद राजमाता सिंधिया के दर्शन किए। कॉन्क्लेव में सीएम डॉ. मोहन यादव के साथ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, मंत्री प्रह्लाद पटेल, मंत्री तुलसीराम सिलावट, मंत्री रामनिवास रावत, मंत्री एंदल सिंह कंसाना, मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा, मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर, मंत्री राकेश शुक्ल, राज्यमंत्री, सासंद, मंत्रीगण, अधिकारी एवं उद्योगपति मौजूद रहे।
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