भोपाल: Govt Electric Company Fired Employees मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने मीटर रीडिंग में लापरवाही बरतने पर सेवा प्रदाता कंपनी से कार्यक्षेत्र में कार्यरत 12 मीटर वाचकों को ड्यूटी से पृथक करने के साथ ही 121 मीटर वाचकों का वेतन काटा है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बताया है कि उपभोक्ताओं के परिसर में स्थापित मीटर की फोटो मीटर रीडिंग में लापरवाही बरतने और गलत मीटर रीडिंग लेने पर मीटर वाचकों पर सख्त कार्यवाही किये जाने के निर्देश जारी किये गये हैं। इसी प्रकार 112 मीटर वाचकों को कार्य में लापरवाही बरतने के चलते चेतावनी जारी की गई है।
Govt Electric Company Fired Employees मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा ने मैदानी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देशित किया है कि उपभोक्ताओं के परिसर पर एक्युरेसी (शुद्धता) के साथ मीटर वाचन होना चाहिए। मीटर रीडिंग के आधार पर ही उपभोक्ताओं को विद्युत देयक दिए जाएं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि मीटर वाचकों के कार्य पर निष्ठा एप के द्वारा निगरानी रखी जाए और जो मीटर वाचक कर्तव्य पालन में लापरवाही बरत रहे हैं, उन्हें सेवा से पृथक किया जाए। उन्होंने बताया कि कंपनी कार्यक्षेत्र के अंतर्गत संचारण संधारण वृत्त अशोकनगर एवं राजगढ़ में तीन-तीन, शहर वृत्त ग्वालियर एवं संचारण संधारण वृत्त शिवपुरी में दो-दो, संचारण संधारण वृत्त भोपाल एवं गुना में एक-एक मीटर रीडर को फोटो मीटर रीडिंग में लापरवाही बरतने और गलत मीटर रीडिंग लेने पर सेवा से पृथक किया गया है।
कंपनी ने बताया है कि फोटो मीटर रीडिंग ऑडिट पोर्टल की समीक्षा के उपरांत मीटर रीडिंग में लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों पर नियमानुसार वेतन काटने एवं 50 प्रतिशत से अधिक गलत रीडिंग करने वाले मीटर रीडर की सेवाएं समाप्त करने की कार्यवाही की जा रही है।
Read More: पूर्व महापौर के घर में लगी भीषण आग, मची अफरातफरी, मौके पर दमकल की टीम
कंपनी ने कहा है कि उपभोक्ता सेवा सर्वोपरि है। उपभोक्ताओं को बेहतर से बेहतर सेवाएं देने के लिए कंपनी कृत संकल्पित है और इसी दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि जब उपभोक्ता परिसर की मीटर रीडिंग होती है तो उपभोक्ता जागरूक रहे और मीटर वाचक द्वारा ली गई रीडिंग और मीटर में दर्ज रीडिंग पर नजर रखें ताकि सही देयक मिल सके। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रयास हैं कि बिलिंग संबंधी शिकायतों को शून्य लेवल पर लाया जाए।
Follow us on your favorite platform: