भोपाल। Face To Face Madhya Pradesh: इंदौर के एक धार्मिक स्थल पर लगाए गए पोस्टर की वजह से विवाद शुरू हो गया है। हिंद रक्षक संगठन का कहना है कि ये गजवा-ए-हिंद के पोस्टर की तरह दिख रहा है आपत्ति और विवाद बढ़ा तो पोस्टर हटा दिया गया ये पोस्टर उसी छत्रीपुरा इलाके में लगा था जहां हिंदू और मुस्लिम पक्ष के बीच विवाद इतना बढ़ गया था कि, 3 दिन पहले पत्थरबाजी और आगजनी की नौबत आ गई थी, तो सवाल ये है कि आखिर बार-बार इस तरह की स्थिति बन क्यों रही है ?
इंदौर के छत्रीपुरा इलाके के एक मस्जिद पर लगे एक पोस्टर ने आज एमपी का सियासी पारा हाई कर दिया। इस पोस्टर के ऊपरी हिस्से में एक गुंबद और 2 मीनारें थी, जबकि निचले हिस्से में बुरका पहनी हुई कुछ महिलाएं सामने से झंडे लेकर आ रहे, हजारों लोगों को रोकने का प्रयास करती नजर आ रही है। इसके साथ ही पोस्टर के इस हिस्से पर अरबी भाषा में एक संदेश लिखा है।
इस पोस्टर पर हिन्द रक्षक संगठन ने आपत्ति जताई और कहा कि, पोस्टर गजवा ए हिंद का पोस्टर लग रहा है और आरोप लगाया कि भारत देश को मुस्लिम देश में बदलने को लेकर सहानुभूति दिखते हुए यह गजवा ए हिंद का पोस्टर लगाया गया था, जबकि मस्जिद प्रबंधन का कहना है कि यह पोस्टर अगस्त महीने में लगाया गया था, इसमें लाल झंडे लगवाए थे, लेकिन प्रिंट होने में वो भगवा लग रहे है, हमारा किसी भी समाज को आहत करने का उद्देश्य नहीं है। यह पैगम्बर साहब की शहादत से जुड़ी फोटो है।
Face To Face Madhya Pradesh: ये पोस्टर छत्रीपुरा थाना क्षेत्र में उसी स्थान के नजदीक लगा था, जहां पिछले दिनो सांप्रदायिक तनाव फैल गया था। पत्थरबाजी और आगजनी हुई थी, लेकिन मस्जिद में लगे पोस्टर के बाद एक बार फिर से विवाद शुरू हो गया था। सवाल ये है कि अगर पोस्टर में कुछ भी गलत नहीं था तो पोस्टर उतारा क्यों गया ? और अगर पोस्टर अगस्त के महीने से लगा हुआ था तो अब तक तथाकथित विवादित पोस्टर अब तक क्यों लगा था ?