भोपाल, तीन नवंबर (भाषा) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भविष्य में हाथियों की मौत और इंसानों पर हमलों को रोकने के उद्देश्य से रविवार को इस संबंध में वन्यजीव विशेषज्ञों की मदद से एक दीर्घकालिक योजना बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उल्लेखनीय है कि 29 अक्टूबर को उमरिया जिले के बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य(बीटीआर) के खलील रेंज के सांखनी और बकेली में चार जंगली हाथी मृत पाए गए थे, जबकि 30 अक्टूबर को चार और 31 अक्टूबर को दो हाथियों की मौत हो गई थी।
शनिवार को क्षेत्र में हाथी के हमले में दो लोगों की मौत हो गई थी जबकि एक व्यक्ति घायल हो गया था।
यादव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ समेत दूसरे राज्यों से आने वाले हाथी हमारे उद्यानों के अच्छे वातावरण और प्रबंधन के कारण वापस नहीं लौट रहे। वे मध्य प्रदेश के जंगल में रहने लगे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए हमें उनके लिए एक स्थायी योजना बनानी होगी।’’
उन्होंने कहा, ‘हमने हाथियों की सुरक्षा के लिए एक कार्यबल बनाने का फैसला किया है। हम कर्नाटक, केरल और असम समेत दूसरे राज्यों के सर्वोत्तम तौर-तरीकों को शामिल करते हुए एक दीर्घकालिक योजना बनाएंगे। इन राज्यों में हाथियों की अच्छी खासी तादाद है। हम इन राज्यों में अपने अधिकारी भेजेंगे।’
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