भोपाल, सात अक्टूबर (भाषा) मध्य प्रदेश के भोपाल में जिस जमीन पर मादक पदार्थ ‘मेफेड्रोन’ बनाने के कारखाने का भंडाफोड़ किया गया, वह राज्य सरकार की थी और उसे फर्नीचर कारोबार के लिए पट्टे पर दिया गया था। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
गुजरात के अधिकारियों ने रविवार को कहा था कि भोपाल के निकट बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक कारखाने में छापेमारी में 1,814 करोड़ रुपये मूल्य की 907.09 किलोग्राम मेफेड्रोन जब्त की गई।
पुलिस के अनुसार इस मामले में तीन लोगों अमित चतुर्वेदी, सान्याल बानर और हरीश आंजना को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने बताया कि करीब 11000 वर्ग फुट जमीन 2021 में मप्र औद्योगिक केंद्र विकास निगम (एमपीएकेवीएन) द्वारा जयदीप सिंह नामक व्यक्ति को औद्योगिक इकाई स्थापित करने के लिए दी गई थी।
कटारा हिल्स थाने के निरीक्षक बृजेंद्र निगम ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘वर्ष 2023 में जयदीप ने इसे एस.के. सिंह को बेच दिया, जिन्होंने इसे गिरफ्तार आरोपी अमित चतुर्वेदी को किराए पर दे दिया। जयदीप सिंह ने एमपीएकेवीएन को सूचित नहीं किया और इसे एसके सिंह को बेच दिया, जो एक सेवानिवृत्त बीएचईएल इंजीनियर हैं। एसके सिंह को एमपीएकेवीएन और पुलिस को जमीन किराए पर देने के बारे में सूचित नहीं करने के लिए गिरफ्तार किया गया, जो अगस्त में पारित एक आदेश के अनुसार अनिवार्य है।’’
भाषा
शफीक देवेंद्र
देवेंद्र
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