Nag Panchami 2024

Nag Panchami 2024: रात 12 बजे खुले उज्जैन के नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट, जानें क्या है मंदिर की विशेषताएं और कैसे होती है यहां नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा

Nag Panchami 2024: रात 12 बजे खुले उज्जैन के नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट, जानें क्या है मंदिर की विशेषताएं और कैसे होती है यहां नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा

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Modified Date: August 9, 2024 / 09:15 AM IST
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Published Date: August 9, 2024 7:20 am IST

उज्जैन: Nag Panchami 2024 आज पूरे देशभर में नागपंचमी का पर्व मनाया जा रहा है। साथ ही मध्यप्रदेश में भी नागपंचमी का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस मौके पर आज भगवान नागचंद्रेश्वर के पट आज 24 घंटे के लिए खुल गए हैं। जानकारी के अनुसार, गुरुवार रात 12 बजे मंदिर के पट खोले गए। जिसके बाद सर्वप्रथम पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत श्री विनीतगिरी महाराज ने विधि-विधान से श्री नागचंद्रेश्वर भगवान का पूजन अर्चन किया। पट खुलने के तुरंत बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ गई।

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Nag Panchami 2024 आपको बता दें कि हर साल नागपंचमी के दिन नागचंद्रेश्वर मंदिर का पट खुलने का इंतजार रहता है। इस मंदिर की खासियत यह है कि इसके पट साल में एक बार 24 घंटे के लिए खुलते है। गुरुवार की रात 12 बजे नागचंद्रेश्वर मंदिर का पट खुल गया है। जो कि शुक्रवार की रात 12 बजे खुले रहेंगे। पट खुलने से पहले ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की कतार लग गई है। नागपंचमी के दिन नागचंद्रेश्वर मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा।

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नागपंचमी पर त्रिकाल पूजन

रात 12 बजे मंदिर खुलने के बाद परंपरा अनुसार सबसे पहले श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से महंत विनीत गिरी महाराज नागचंद्रेश्वर का त्रिकाल पूजन करते हैं। यह पूजा करीब 1 घंटे तक चलती। जिसमें आरती और भोग लगता है। इसके बाद रात 1 बजे से आम लोगों को दर्शन करने की अनु​मति मिलती है। दर्शन का सिलसिला आज शुक्रवार की रात 12 बजे तक चलेगा।

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ऐसी है मान्यता

ऐसी मान्यता है कि जो भी भक्त इस मंदिर में दर्शन करता है, उसे सर्प दोष से मुक्ति मिल जाती है। यही वजह है कि मंदिर के खुलने पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।

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