Global Investors Summit 2025

Global Investors Summit 2025: मध्यप्रदेश भारत के प्रगतिशील राज्यों में से एक, जनल कोआपरेशन इन ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट सेशन में डेलीगेट्स ने व्यक्त किए विचार

Global Investors Summit 2025: मध्यप्रदेश भारत के प्रगतिशील राज्यों में से एक, जनल कोआपरेशन इन ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट सेशन में डेलीगेट्स ने व्यक्त किए विचार |

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Modified Date: February 24, 2025 / 06:20 PM IST
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Published Date: February 24, 2025 6:20 pm IST
HIGHLIGHTS
  • मध्यप्रदेश भारत के प्रगतिशील राज्यों में से एक है।
  • कृषि, पर्यटन, खनिज और फार्मास्युटिकल्स में है निवेश की असीम संभावनाएँ।
  • दुष्यंत ठाकुर ने ग्लोबल डेवलपमेंट पैक्ट के बारे में जानकारी दी।

भोपाल: Global Investors Summit 2025: मध्यप्रदेश भारत के प्रगतिशील राज्यों में से एक है। कृषि, पर्यटन, खनिज और फार्मास्युटिकल्स में है निवेश की असीम संभावनाएँ। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 के अंतर्गत सेशन ग्लोबल साउथ – रीजनल इन ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट को-ऑपरेशन में डेलीगेट्स ने यह विचार व्यक्त किये। अध्यक्ष सीआईआई पश्चिमी क्षेत्र स्वाति सालगांवकर ने कहा कि ग्लोबल साउथ देशों के साथ भारत आर्थिक, व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने के लिये लगातार कार्य कर रहा है। मध्यप्रदेश भी इन देशों के साथ सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंध बढ़ाने के लिये अग्रणी भूमिका निभा रहा है। दुष्यंत ठाकुर ने ग्लोबल डेवलपमेंट पैक्ट के बारे में जानकारी दी। मार्टिन मायरे ने भी विचार व्यक्त किये।

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दक्षिण अफ्रीका के फर्स्ट सेकेट्ररी पॉलिटिकल खाटूटशेलो इ. थगवाना ने कहा कि भोपाल में आयोजित यह समिट निवेश के साथ संबंधों को समृद्ध करने में भी बहुत उपयोगी सिद्ध होगी। हम मिलकर कार्य करेंगे और निवेश के विभिन्न क्षेत्रों को एक्सप्लोर करेंगे। रवांडा की हाई कमिश्नर जैकलिन मुकानगिरा ने कहा कि भोपाल की मेरी यह पहली यात्रा है। मैं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को शानदार आयोजन के लिये बधाई देती हूँ। उन्होंने कहा कि हमारे देश में भारत सबसे बड़ा इन्वेस्टर्स है। मध्यप्रदेश में ऐसे बहुत से क्षेत्र हैं जहाँ निवेश हो सकता है।

 

वेनेजुएला के मिनिस्टर काउंसलर जुआन गोल्डनिक ने कहा कि मध्यप्रदेश इन्वेस्टमेंट के लिये बेहतर डेस्टिनेशन है। उन्होंने कहा कि यह समिट बिजनेस और निवेश के लिये उपयोगी सिद्ध होगी। यूएई के डायरेक्टर ऑफ यूएई इंडिया सीईपीए काउंसिल अहमद मोहम्मद मुबारक अलज़नेबी ने कहा कि निवेश के विभिन्न पहलुओं पर दोनों देश कार्य कर रहे हैं।

मध्यप्रदेश की इन्वेस्टमेंट पॉलिसी निवेशकों के लिये है उपयोगी

वियतनाम के फर्स्ट सेक्रेटरी हांग थियेन ने कहा कि मध्यप्रदेश की इन्वेस्टमेंट पॉलिसी निवेशकों के लिये बहुत उपयोगी है। मुझे पूरी उम्मीद है कि निवेशक इसका पूरा लाभ उठायेंगे। माली के एम्बेसडर फेलिक्स डिआलो, थाईलैंड के काउंसिल जनरल, मुंबई डोनाविट पूलसाबट और मेक्सिको के ट्रेड कमिश्नर डेनियल डेलगाडो ने भी मध्यप्रदेश की इन्वेस्टमेंट पॉलिसी की सराहना की। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से मध्यप्रदेश द्वारा किये जा रहे प्रयासों से इन्वेस्टमेंट बढ़ेगा। कृषि, माइनिंग और अधोसंरचना के क्षेत्र में बेहतर सहयोग की संभावनाएँ हैं। पनामा के यानिट जेल दौरते गैरीबाल्डो ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।

फिजी के हाई कमिश्नर जगन्नाथ सामी ने कहा कि भारत का ही ग्रांडसन (पोता) हूँ। भारत और फिजी के बीच में बहुत गहरे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध हैं। बुर्किनाफॉसो के राजदूत डॉ. डिजायर बोनिफेस सम ने कहा कि दोनों देशों के बीच नारियल, सोना, कृषि उत्पादों और निर्माण सामग्री के आयात-निर्यात बहुत पहले से हो रहा है। फार्मास्युटिकल के क्षेत्र में सहयोग हमारे देश के लिये उपयोगी होगा। मोरक्को के राजदूत मोहम्मद मलिकी ने कहा कि हमारे देश में फास्फोरस का प्रचुर उत्पादन होता है। मध्यप्रदेश में विभिन्न उद्योगों में इसका उपयोग किया जा सकता है।

 

नेपाल के राजदूत डॉ. शंकर प्रसाद शर्मा ने कहा कि नवकरणीय ऊर्जा, डिजिटल कनेक्टिविटी, ट्रेड और इन्वेस्टमेंट के क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे। जिम्बाब्वे के वित्तीय मिनिस्टर ऑफ इंडस्ट्री एंड कॉमर्स राज मोदी और जिम्बाब्वे की राजदूत स्टेला नकोमो ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट निवेश की संभावनाओं को एक्सप्लोर करने के लिये बेहतर प्लेटफार्म है। एमपीआईडीसी के ईसीईओ सुविध शाह ने सभी डेलीगेट्स के द्वारा दिये गये सुझावों का स्वागत करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश का यही सही समय है। उन्होंने डेलीगेट्स की शंकाओं का समाधान भी किया। रविकांत तिवारी ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का विजन स्पष्ट है। उन्होंने जीआईएस के पहले आरआईसी कर प्रदेश के हर क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं को तलाशा। उन्होंने निवेश को बढ़ाने के लिये राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोड-शो किये।

 

 

1. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 का आयोजन कहां होगा?

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 का आयोजन मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में किया जाएगा। यह समिट देश-विदेश के उद्योगपतियों और निवेशकों को एक मंच पर लाकर निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करने का अवसर प्रदान करेगा।

2. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 में किस-किस क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा?

इस समिट में कृषि, खनिज, फार्मास्युटिकल, पर्यटन और अधोसंरचना जैसे प्रमुख क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी। इन क्षेत्रों को निवेशकों के लिए आकर्षक बनाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने नई नीतियां तैयार की हैं।

3. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में कौन-कौन से देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं?

इस समिट में दुनिया भर से विभिन्न देशों के राजदूत, मंत्री, और व्यापारिक प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं, जिनमें दक्षिण अफ्रीका, रवांडा, वेनेजुएला, माली, फिजी, नेपाल, जिम्बाब्वे, और मोरक्को जैसे देश शामिल हैं।

4. क्या इस समिट का उद्देश्य मध्यप्रदेश में निवेश को बढ़ावा देना है?

जी हां, इस समिट का मुख्य उद्देश्य मध्यप्रदेश में निवेश को आकर्षित करना है। राज्य सरकार ने अपनी निवेश नीति में सुधार किए हैं और समिट के माध्यम से अधिक निवेश को आकर्षित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

5. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 में भारत के लिए क्या महत्वपूर्ण है?

यह समिट भारत के ग्लोबल साउथ देशों के साथ व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ाने के अवसर प्रदान करेगी। साथ ही, समिट में विभिन्न निवेश क्षेत्रों पर चर्चा करके मध्यप्रदेश और भारत के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।