MP Budget Session 2025 Live: सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर सीएम डॉ. मोहन यादव का जवाब, विपक्ष पर साधा निशाना, जानें क्या-क्या बोले प्रदेश के मुखिया

MP Budget Session 2025 Live: सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर सीएम डॉ. मोहन यादव का जवाब, विपक्ष पर साधा निशाना, जानें क्या-क्या बोले प्रदेश के मुखिया |

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  • Publish Date - March 13, 2025 / 01:29 PM IST,
    Updated On - March 13, 2025 / 01:58 PM IST
MP Budget Session 2025 Live | Source : IBC24

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HIGHLIGHTS
  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन में जवाब दिया।
  • मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सदन में विपक्ष से कहा कि जैसे हमने अपनी बात सुनी उम्मीद है आप भी मेरी बात सुनेंगे।
  • सीएम ने कहा कि जिस प्रकार से हमने बजट रखा है। आप सबके सहयोग से 5 साल में हम बजट डबल करने का संकल्प ले रहे है।

भोपाल। MP Budget Session 2025 Live: मध्यप्रदेश विधानसभा बजट सत्र की कार्यवाही जारी है। बुधवार को डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने मोहन सरकार का दूसरा बजट पेश किया। इस बजट को भाजपा नेताओं ने जनहितकारी और सभी वर्गों के कल्याण के साथ विकासोन्मुखी करार दिया है। वहीं कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाते हुए कहा कि इस बजट में आमजन के सरोकार की कोई बात ही नहीं है। वित्त मंत्री ने 4 लाख 21 हजार करोड़ का बजट सदन में पेश किया। आज भी सदन में प्रश्नकाल के दौरान हंगामे की स्थिति देखी गई। कांग्रेस ने सदन से वॉक आउट भी किया। इस बीच, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन में जवाब दिया।

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मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सदन में विपक्ष से कहा कि जैसे हमने अपनी बात सुनी उम्मीद है आप भी मेरी बात सुनेंगे। सीएम ने कहा कि जिस प्रकार से हमने बजट रखा है। आप सबके सहयोग से 5 साल में हम बजट डबल करने का संकल्प ले रहे है। साल 2047 तक हम 4 लाख से बढ़ाकर 250 लाख करोड़ तक करने का संकल्प कर रहे है। कांग्रेस सरकार में 80 से घटकर 60 फीसदी प्रति व्यक्ति आय हो गई। बीजेपी सरकार में फिर 80 फीसदी पर लेकर आए। राज्य की GDP भी हमारी सरकार में बढ़ी है। तेज गति से चलने वाली अर्थव्यवस्था मध्यप्रदेश है। कृषि क्षेत्र में 44 फीसदी योगदान रहा। बजट को 5 साल में डबल करने का संकल्प लिया है।

सीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश की जनता के साथ अन्याय किया है। कांग्रेस सरकार में औद्योगिक दर माइनस थी। आपके पाप हम धोने का काम कर रहे। आपकी सरकार में कई मिल बंद हुई। हमारी सरकार ने इन मिलों के मजदूरों को पैसे दिलाने का काम किया। हमने निवेश के लिए कई नीतियां बनाई। बजट में जिला स्तर में विकास समिति के गठन का प्रावधान किया। उद्योगपतियों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम चालू किया। बेकार की परमिशन का सरलीकरण किया।

मोहन यादव ने दिग्विजय सिंह पर साधा निशाना

सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा 2003 तक कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान बंद मिलों के मजदूरो की न्याय देने का काम हमारी सरकार ने किया। कांग्रेस के सिर पर मिल बंद करने का पाप है।
हम कांग्रेस के पाप धो रहे हैं। मिल मजदूरों को पैसा देकर उनके साथ न्याय किया। 2003 तक प्रदेश में विकास दिखता नहीं था। अब सरकार राजस्व मामलों का अभियान चलाकर निराकरण कर रही है। बिजली पानी सड़क से लेकर हर क्षेत्र के विकास पर हमारी सरकार का फोकस है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर भी निशाना साधाते हुए कहा कि पूर्व सीएम के बेटे कांग्रेस एमएलए जयवर्धन सदन में नही है। वे सवाल पूछ रहे थे और अब सदन में है नही। 10 साल कांग्रेस की सरकार रही गुना में एक विश्वविद्यालय नहीं बना। हमारी सरकार ने गुना में विश्वविद्यालय खोला है।

सीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस एक के बाद एक राज्य से, देशभर से बाहर जा रही है यह आपका भाग्य है। कृपा करके ऐसे काम मत करो कि आपको इतनी बेज्जती सहन करना पड़े।
जब मैं आगे बढ़कर विकास के मामले में बात करता हूं,नए निवेश की बात करता हूं तो इन बात को लेकर आगे बढ़े। बात पुरानी हो गई है आज नई इंडस्ट्रीज का माहौल बन रहा है सकारात्मक माहौल बन रहा है। हमारे पास भी कई सारे निवेशक आ रहा है। आपके पास भी आएंगे आपके क्षेत्र में भी आना चाहिए। सभी विधायकों से निवेदन करना चाहता हूं कि आपके क्षेत्र में भी आए। 18 प्रकार की निवेश पॉलिसी हमने बनाई है निवेश पालिसी का आप भी अध्ययन करिए कौन सा क्षेत्र छूट गया है। स्टार्ट अप नीति, एमएसएमई विकास नीति, इलेक्ट्रिक नीति, ड्रोन संवर्धन उपयोग नीति, सेमीकंडक्टर, पर्यटन नीति पूंजीगत सहायता से लेकर सभी प्रकार के लाभ दे रहे हैं।

सीएम ने आगे कहा कि मैं सदन को एक और जानकारी देना चाहूंगा इसी बजट के माध्यम से न केवल पक्ष विपक्ष हमने एक और प्रावधान किया है। आम तौर पर हमारे जिले स्तर पर जिला पंचायत,नगरी निकाय यह जो गवर्निंग बाडी यह तो 74वें संविधान संशोधन के बाद अपना काम करती है। आम तौर पर हमारे यहां दंगे के कारण से शांति समिति है लेकिन कभी जिला स्तर पर विकास समिति नहीं रही हमने यह भी प्रावधान किया कि जिला स्तर पर विकास समितियां का गठन किया जाए,आगे बढ़ाने में जिला जिले से कहानी आगे बढ़े।

2700 रुपए MSP पर गेंहू खरीदेगी सरकार

सीएम ने कृषि को लेकर सदन में कहा कि कांग्रेस सरकार में कृषि विकास दर 3 प्रतिशत थी। हमारी सरकार में 10.80 प्रतिशत हो गई। MSP पर किसानों की फसल खरीद रहे और बोनस भी दे रहे हैं। CM ने सदन में कहा अगले साल 2700 रुपए MSP पर गेंहू खरीदेंगे। कांग्रेस सरकार में किसानों की जमीन नीलाम होती थी, अब किसानों को सम्मान निधि दे रहे। सीएम ने सदन में कहा सांची का ब्रांड है और आगे भी रहेगा। हम NDDB के साथ MOU कर रहे है। दूध पर पांच रुपए बोनस दे रहे। आगे दूध का उत्पादन बढ़ेगा। 10 से ज्यादा गाय पालने वालों के लिए सरकार ने बजट का प्रावधान किया। गौशाला को प्रति गाय 20 से बढ़ाकर 40 रुपए दिया जाएगा।

सीएम डॉ मोहन यादव ने जयराम रमेश पर कसा तंज

मुख्यमंत्री ने कांग्रेस विधायकों ने केन-बेतवा प्रोजेक्ट की तारीफ की लेकिन जयराम रमेश को बुंदेलखंड से दुश्मनी है। कांग्रेस विधायक जाकर जयराम रमेश को समझाएं। जयराम रमेश की वजह से केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना रुकी रही। आप विरोध करेंगे तो किस मुंह से बुंदेलखंड जाओगे। जिस दिन प्रधानमंत्री केन बेतवा परियोजना का भूमि पूजन कर रहे थे उस दिन भी उन्होंने ट्वीट कर विरोध किया।

सदन में पक्ष-विपक्ष के बीच हंसी-ठिठौली

मुख्यमंत्री के भाषण के बीच सदन में हंसी-ठिठौली को माहौल भी देखा गया। दरअसल, सीएम डॉ मोहन यादव के भाषण के दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने चुटकी ली। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि गीता का सार है मुख्यमंत्री का भाषण है। नेता प्रतिपक्ष सदन में मुस्कुराते हुए बोले भाषण में जो हुआ अच्छा हुआ.. इस मामले में कैलाश विजयवर्गीय ने ठिठौली करते हुए उमंग सिंगार को जवाब दे दिया। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ‘लगता है आपकी उम्र 80 साल हो गई, जो गीता का सार समझ आ गया’।

सदन में शायराना अंदाज

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के भाषण के बीच कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह ने अपना शायराना अंदाज दिखाया। कांग्रेस विधायक ने कहा कि मैं भी 93 से 98 तक उद्योग मंत्री रहा हूं। उस वक्त 10000 करोड़ का निवेश आया था। तब से अब तक बढ़ी कीमतों के हिसाब से निवेश का हिसाब कर लीजिए। राजेंद्र सिंह ने शायराना अंदाज में कहा कि ‘रात गई रात की बात ना कर, आई है सुबह रोशनी का हिसाब कर’।

सदन में लाड़ली बहना योजना का जिक्र

सदन में मुख्यमंत्री ने लाड़ली बहना योजना का जिक्र करते हुए कहा कि लाडली बहनों को गारमेंट्स सेक्टर में काम करने पर 5 हजार का इंसेंटिव देंगे। एक लाख दीदीयां लखपति बनी। वहीं लाडली बहनों की राशि को धीरे-धीरे बढ़ाया जाएगा। 13 करोड़ से ज्यादा पर्यटक प्रदेश में आ रहे। एक साल में 2 टाइगर रिजर्व बनाए गएं।

1. मध्यप्रदेश विधानसभा बजट सत्र में क्या प्रमुख चर्चा हुई?

मध्यप्रदेश विधानसभा बजट सत्र के दौरान डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने मोहन सरकार का दूसरा बजट पेश किया, जिसका आकार 4 लाख 21 हजार करोड़ रुपये था। भाजपा नेताओं ने इसे जनहितकारी और विकासोन्मुखी बताया, जबकि कांग्रेस ने इसे आमजन से जुड़ी समस्याओं को नजरअंदाज करने वाला करार दिया। इसके बाद, कांग्रेस ने प्रश्नकाल के दौरान वॉक आउट किया।

2. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बजट को लेकर क्या कहा?

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि उनकी सरकार ने 5 साल में बजट डबल करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी सरकार ने औद्योगिक दरों को सुधारने और मिलों के मजदूरों को न्याय दिलाने का काम किया है। उन्होंने प्रदेश की GDP और कृषि क्षेत्र में सरकार के योगदान का भी उल्लेख किया।

3. मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर कौन सा आरोप लगाया?

सीएम डॉ. मोहन यादव ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने मिलों को बंद कर दिया था और प्रदेश की जनता के साथ अन्याय किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार उन गलतियों को सुधार रही है और मिलों के मजदूरों को भुगतान दिलवाया है।

4. मुख्यमंत्री ने दिग्विजय सिंह और उनके बेटे के बारे में क्या कहा?

सीएम ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके बेटे, कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह सदन में नहीं हैं। उन्होंने गुना जिले में कांग्रेस के 10 वर्षों के कार्यकाल में एक भी विश्वविद्यालय न खोले जाने पर भी आलोचना की, जबकि उनकी सरकार ने गुना में विश्वविद्यालय खोला है।

5. मध्यप्रदेश सरकार ने निवेश को बढ़ावा देने के लिए क्या कदम उठाए हैं?

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने निवेश को बढ़ावा देने के लिए 18 प्रकार की निवेश नीतियां बनाई हैं। इनमें स्टार्ट-अप नीति, एमएसएमई विकास नीति, इलेक्ट्रिक नीति, ड्रोन नीति, सेमीकंडक्टर नीति और पर्यटन नीति जैसी कई नीतियां शामिल हैं, जिनसे प्रदेश में नए उद्योगों का माहौल बन रहा है।