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छतरपुर: Sonam-Manasi Love Story: मध्यप्रदेश के नौगांव क्षेत्र के दौरिया गांव से एक अनोखी और अनोखी कहानी सामने आई है जहां सोशल मीडिया पर हुई दोस्ती ने एक नई परिभाषा गढ़ी। यह कहानी है सोनम यादव और असम की रहने वाली अल्का वर्मन की, जिन्होंने पारंपरिक धार्मिक रीतिरिवाजों के साथ समलैंगिक विवाह किया। यह घटना न केवल समाज में जागरूकता ला रही है, बल्कि परिवार और रिश्तों के प्रति नए दृष्टिकोण को भी जन्म दे रही है।
Sonam-Manasi Love Story: सोनम और अल्का की दोस्ती इंस्टाग्राम के माध्यम से शुरू हुई थी, जो तीन साल पहले एक साधारण बातचीत से शुरू हुई और समय के साथ प्यार में बदल गई। इस प्यार ने परंपराओं को चुनौती दी और दोनों ने अपने परिवारों की सहमति से समलैंगिक विवाह करने का फैसला लिया। यह एक ऐसा कदम था, जो उनके लिए न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामाजिक रूप से भी बड़ा था, क्योंकि ऐसे विवाह पर अक्सर समाज की तरफ से सवाल उठाए जाते हैं।
Sonam-Manasi Love Story: सोनम के परिवार ने न केवल इस रिश्ते को स्वीकार किया, बल्कि पूरे दिल से इसे अपनाया और इस विवाह को धूमधाम से संपन्न किया। सोनम के परिवार का कहना था, “बच्चों की खुशी में ही हमारी खुशी है,” और उन्होंने बिना किसी विरोध के अपनी बेटी की शादी को एक नई शुरुआत के रूप में देखा। इस पहल से यह भी साबित होता है कि परिवारों में खुले विचार और समझदारी से रिश्ते को स्वीकार किया जा सकता है।
Sonam-Manasi Love Story: शादी से पहले दोनों युवतियों ने मंदिर जाने का प्रयास किया, लेकिन मंदिर के पुजारियों ने समलैंगिक विवाह कराने से मना कर दिया। इसके बाद, दोनों ने अपनी शादी को न केवल परिवार की सहमति से, बल्कि पुलिस स्टेशन के सामने पारंपरिक रीतिरिवाज से संपन्न किया। सोनम और अल्का ने एक-दूसरे को माला पहनाई और इस विवाह को संपन्न किया। पुलिस ने दोनों के बयान दर्ज किए और इसके बाद परिवार ने सम्मान के साथ बहू का गृह प्रवेश कराया।
Sonam-Manasi Love Story: इस अनोखी शादी में सोनम दूल्हा बनी और अल्का, जिन्हें मानसी भी कहा जाता है, दुल्हन बनी। इस खास दिन को सोनम के परिवार ने पूरी खुशी और सम्मान के साथ मनाया। विवाह के बाद, दोनों ने असम जाने की योजना बनाई, लेकिन वादा किया कि वे कुछ महीनों में वापस लौटकर अपने गांव में रहेंगे और फैक्ट्री में काम सीखेंगे।
Sonam-Manasi Love Story: इस अनोखी शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। जहां कुछ लोग सोनम के परिवार के खुले विचारों की सराहना कर रहे हैं, वहीं कुछ मिश्रित प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं। इस शादी ने यह साबित किया कि प्रेम और रिश्ते किसी परंपरा, धर्म या समाज की सड़ी-गली धारा से बंधे नहीं होते, बल्कि यह दो दिलों का मिलन होता है।
Sonam-Manasi Love Story: सोनम के परिवार ने इस पूरे घटनाक्रम से यह संदेश दिया कि बच्चों की खुशी ही सबसे महत्वपूर्ण है और किसी भी रिश्ते को स्वीकार करने के लिए मानसिकता में खुलापन होना चाहिए। यह एक सकारात्मक कदम है जो समाज को यह सिखाता है कि प्रेम के सभी रूपों को सम्मान देना चाहिए, और परिवारों को भी अपने बच्चों के फैसलों का समर्थन करना चाहिए।
सोनम और अल्का की दोस्ती इंस्टाग्राम के माध्यम से शुरू हुई थी, जो तीन साल पहले एक साधारण बातचीत से शुरू हुई और समय के साथ यह दोस्ती प्यार में बदल गई।
सोनम और अल्का ने समलैंगिक विवाह करने का निर्णय क्यों लिया?
सोनम और अल्का ने पारंपरिक धार्मिक रीतिरिवाजों के साथ समलैंगिक विवाह करने का निर्णय लिया, और यह कदम उन्होंने अपने परिवारों की सहमति से उठाया। यह फैसला उनके लिए व्यक्तिगत और सामाजिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, क्योंकि समलैंगिक विवाह पर अक्सर समाज में सवाल उठते हैं।
क्या सोनम के परिवार ने इस विवाह को स्वीकार किया?
हां, सोनम के परिवार ने इस रिश्ते को न केवल स्वीकार किया, बल्कि पूरे दिल से इसे अपनाया और विवाह को धूमधाम से संपन्न किया। सोनम के परिवार का कहना था, "बच्चों की खुशी में ही हमारी खुशी है।"
विवाह की रस्में कहां हुईं और किस तरह से संपन्न हुईं?
विवाह की रस्में पहले मंदिर में करने की कोशिश की गई, लेकिन मंदिर के पुजारियों ने समलैंगिक विवाह कराने से मना कर दिया। इसके बाद, सोनम और अल्का ने अपने परिवारों के साथ नौगांव थाने के सामने पारंपरिक रीतिरिवाज से विवाह किया। दोनों ने एक-दूसरे को माला पहनाई और इस विवाह को संपन्न किया।
समाज की प्रतिक्रिया कैसी रही इस विवाह पर?
इस विवाह का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और इसे लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं आईं। कुछ लोग सोनम के परिवार के खुले विचारों की सराहना कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग इस पर सवाल भी उठा रहे हैं। इस घटना ने समाज को यह संदेश दिया कि प्रेम और रिश्ते किसी परंपरा या समाज की सड़ी-गली धारा से बंधे नहीं होते, बल्कि यह दो दिलों का मिलन होते हैं।