छतरपुर। भारत में प्राचीन काल से ही गर्भवती महिला को बड़े आदर और सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है, लेकिन छतरपुर के जिला अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीरें सामने आई है। यहां डॉक्टरों और स्टाफ के द्वारा सात माह की गर्भवती महिला को अपमानित कर भागने का मामला सामने आया है।
मुस्कान रैकवार नाम की महिला अपना अल्ट्रासाउंड कराने के लिए जिला अस्पताल के अलग-अलग वार्डों में भटकती रही और जब किसी ने भी उसकी मदद नहीं की और ना ही उसका अल्ट्रासाउंड कराया। इसी बीच महिला को किसी ने बताया कि तुम इमरजेंसी में चली जाओ तब मुस्कान किसी तरह इमरजेंसी पहुंची। मुस्कान डॉक्टर से यह पूछने की गलती कर बैठी की अल्ट्रासाउंड कहां होगा। इस पर ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने उसे भला-बुरा और बेवकूफ कहकर वहां से भगा दिया।
महिला इमरजेंसी के बाहर बैठकर तो रोने लगी और मीडिया कर्मियों के पूछने पर उसने अपनी आपबीती सुनाई कि वह कितनी देर से परेशान हो रही है और उसका अल्ट्रासाउंड कराना तो दूर उसे अपमानित अलग से किया जा रहा है।डॉक्टर को भगवान का दर्जा देने वाले लोगों के साथ ऐसी हरकत कर दी, जिससे सोच कर ही मन दुखी हो जाता है। डॉक्टर अरुदेंन्दर शुक्ला ने महिला को इमरजेंसी वार्ड से धक्का देकर बाहर निकाल दिया। IBC24 से अभिषेक सिंह सेंगर की रिपोर्ट
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