भोपाल, छह नवंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य में मरने वाले दस हाथियों के नमूनों की फोरेंसिक लैब रिपोर्ट जल्द ही उपलब्ध होगी जिससे उनकी मौत के कारणों पर और अधिक जानकारी मिलेगी।
अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) एल कृष्णमूर्ति ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि नमूने सागर स्थित राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला और जबलपुर तथा नागपुर की प्रयोगशालाओं में भेजे गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘हमें भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई), बरेली की रिपोर्ट पहले ही मिल चुकी है। एफएसएल सागर, जबलपुर और नागपुर की रिपोर्ट भी जल्द ही आ जाएगी और इससे मौत के कारणों के बारे में और अधिक जानकारी मिलेगी।’
कृष्णमूर्ति हाथियों की मौत की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित समिति के प्रमुख हैं।
उमरिया जिले के बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य में 29 अक्टूबर को चार हाथी मृत पाए गए थे। बाद में जान गंवाने वाले हाथियों की संख्या बढ़कर दस हो गई।
आईवीआरआई की रिपोर्ट के अनुसार, विसरा में ‘न्यूरोटॉक्सिन साइक्लोपियाज़ोनिक एसिड’ मिला है, लेकिन कोई कीटनाशक नहीं मिला। इससे स्पष्ट रूप से पता चलता है कि जहर नहीं दिया गया है, लेकिन विषाक्तता बड़ी मात्रा में कोदो के खराब पौधों के सेवन से आई।
अभयारण्य में बचे हुए तीन हाथियों के बारे में पूछे जाने पर कृष्णमूर्ति ने कहा कि वन विभाग की टीमें उनकी गतिविधियों पर नज़र रख रही हैं। हाथी का एक बच्चा कटनी की ओर चला गया है और उस पर नज़र रखी जा रही है।
भाषा दिमो नोमान
नोमान
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
New Year Guidelines in MP : नए साल में रहेगी…
5 hours agoSurya Dev Ko Prasann Karne Ke Upay : सूर्य को…
7 hours ago