Publish Date - January 11, 2025 / 02:24 PM IST,
Updated On - January 11, 2025 / 03:00 PM IST
उज्जैनः Bulldozer action on Takiya Masjid Ujjain मध्यप्रदेश स्थित उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर अंतर्गत महाकाल लोक की जमीन पर बनी तकिया मस्जिद सहित आसपास के कई मकानों पर शनिवार को बुलडोजर चलाया गया। 6 जेसीबी, 6 पोकलेन और अतिक्रमण रिमूवल गैंग के कर्मचारियों के साथ पुलिस और प्रशासन की टीम तकिया मस्जिद इलाके में पहुंचकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। किसी भी प्रकार की अनहोनी को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल को तैनात किया गया था।
Bulldozer action on Takiya Masjid Ujjain मिली जानकारी के अनुसार महाकाल मंदिर की जमीन पर तकिया मस्जिद सहित कुल 257 मकान बने थे। इस स्थान पर महाकाल मंदिर के विस्तारीकरण का कार्य होगा। इनमें से करीब 7 मकानों का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। बाकी अन्य मकानों पर कार्रवाई के लिए अनुमति मिल चुकी इसके लिए प्रशासन द्वारा मकान मालिकों को अंतिम नोटिस दिया जा चुका था। पूरे मामले में 66 करोड़ के करीब मुआवजा मकान मालिकों को मिला है। इनमें से भी अभी कोर्ट केस के चलते कुछ लोगों को मुआवजा नहीं मिला है। जिन्हें मुआवजा मिला है, उन्हीं के मकानों पर शनिवार को कार्रवाई की गई।
प्रशासन ने उज्जैन में स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर के विस्तार के लिए महाकाल लोक की जमीन पर बनी तकिया मस्जिद सहित अन्य अतिक्रमणों को हटाने के लिए बुलडोजर कार्रवाई की। यह कदम महाकाल मंदिर के विस्तार के हिस्से के रूप में लिया गया।
कुल कितने मकान इस कार्रवाई का शिकार हुए हैं?
कुल 257 मकान इस कार्रवाई के तहत आए थे, जिनमें से 7 मकानों का मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। बाकी पर कार्रवाई के लिए प्रशासन द्वारा अनुमति प्राप्त की जा चुकी थी।
क्या मकान मालिकों को मुआवजा दिया गया है?
हां, प्रशासन ने मकान मालिकों को करीब 66 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया है। हालांकि, कुछ लोगों को कोर्ट केस के कारण अभी तक मुआवजा नहीं मिला है।
क्या प्रशासन ने इस कार्रवाई से पहले कोई नोटिस दिया था?
जी हां, प्रशासन ने कार्रवाई से पहले मकान मालिकों को अंतिम नोटिस दिया था, और कार्रवाई उन्हीं मकानों पर की गई जिनके मालिकों को मुआवजा मिल चुका था।
तकिया मस्जिद पर बुलडोजर कार्रवाई के दौरान क्या सुरक्षा इंतजाम किए गए थे?
हां, इस कार्रवाई के दौरान सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके।