Big statement of MP Agriculture Minister Kamal Patel : भोपाल। मध्यप्रदेश में इन दिनों जगहों के नाम बदलने के साथ ही मुहावरे बदलने का भी दौर शुरू हो गया है। दुनिया में एक कहावत है “जो जीता वही सिकंदर “, लेकिन अब इसे नए सिरे से गढ़ा जा रहा है। जहां पहले उज्जैन के विक्रमादित्य विश्व विद्यालय के कुलपति ने “जो जीता वही सिकंदर” मुहावरे को बदलकर “जो जीता वही विक्रमादित्य” बदलने का एलान किया था। वहीं अब मुहावरे को बदलने की इसी दौड़ में अब मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री भी शामिल हो गए हैं। मंत्री कमल पटेल ने एलान किया है कि अब जो जीता वही सिकंदर नहीं जो जीता वही बाजीराव पढ़ाया जाएगा।
Big statement of MP Agriculture Minister Kamal Patel : दरअसल, मंत्री कमल पटेल शुक्रवार को खरगोन में बाजीराव पेशवा प्रथम की समाधी पर उनकी पुण्य तिथि के समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। इस मौके पर में उन्होंने मुहावरे को एक नया रूप दे दिया। कृषि मंत्री ने कहा कि अब “जो जीता वे सिकंदर” नहीं पढ़ाया जायेगा बल्कि उसकी जगह “जो जीता वही बाजीराव” पढ़ाया जायेगा।
बाजीराव पेशवा की पुण्यतिथि समारोह में उनकी समाधी स्थल पर पहुंचे प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा, की “बाजीराव पेशवा एक अजेय योद्धा थे। एक कहावत है जिसमे कहा गया है जो जीता वही सिकंदर, लेकिन वो हमें गलत पढ़ाया गया है”। उन्होंने कहा, “जो जीता वो बाजीराव यही पढ़ाया जायेगा और सिखाया जायेगा और पूरी दुनिया में इसी का विस्तार किया जायेगा”।